7 जुलाई 2011
कांशीराम नगर। उत्तर प्रदेश के कांशीराम नगर जिले में गुरुवार तड़के एक मानव रहित रेलवे क्रासिंग पर बारातियों से भरी एक बस मथुरा-छपरा एक्सप्रेस से टकरा गई। इस हादसे में कम से कम 31 लोगों की मौत हो गई जबकि 39 अन्य घायल हो गए। उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है।
रेलवे प्रशासन की तरफ से इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
पुलिस के अनुसार यह भीषण हादसा कासगंज-फरुखाबाद रेलमार्ग पर जिले के थानागांव मानव रहित रेलवे क्रासिंग पर हुआ। टक्कर इतनी तेज थी कि बस रेलगाड़ी के इंजन में फंसकर कई मीटर तक दूर चली गई।
हादसा करीब रात दो बजे के आस-पास हुआ। घटना के करीब चार घंटे बाद रेलवे ट्रेक को खाली कराकर रेलगाड़ी को छपरा के लिए रवाना कर दिया गया।
जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. ने संवाददाताओं को बताया कि बस में सवार ज्यादातर लोग एटा जिले के रहने वाले थे और कांशीराम नगर के नगल अणूपुरा में बारात में शामिल होने आये थे। घटना के समय वे वापस अपने घर लौट रहे थे। जानकारी के मुताबिक बस सवारों में कुछ लोग अलीगढ़ जिले के भी थे।
उन्होंने कहा कि अब तक 31 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। घायलों को एटा और कांशीराम नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घायलों में ज्यादातर की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। रेलवे के चिकित्सकों का एक दल स्थानीय मेडिकल स्टाफ का सहयोग कर रहा है।
उधर जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
कांशीराम नगर राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के चौकी प्रभारी दलवीर सिंह ने बताया कि बस में करीब 80 बाराती सवार थे।
उन्होंने कहा, "प्रत्यक्षदशिर्यों के मुताबिक रेलगाड़ी को देखने के बावजूद बस चालक ने रेलवे लाइन पार करने की कोशिश की। जैसे ही बस पटरी पर पहुंची तेज रफ्तार से आ रही रेलगाड़ी ने उसे भीषण टक्कर मार दी।"
उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती की तरफ से मृतकों के परिजनों को एक लाख, गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार और मालूमी घायलों को 25 हजार रुपये देने की घोषणा की गई है।
Know when the festival of colors, Holi, is being observed in 2020 and read its mythological significance. Find out Holi puja muhurat and rituals to follow.
मकर संक्रांति 2020 में 15 जनवरी को पूरे भारत वर्ष में मनाया जाएगा। जानें इस त्योहार का धार्मिक महत्व, मान्यताएं और इसे मनाने का तरीका।