6 मार्च 2011
वाराणसी। बीजेपी के तेज तर्रार नेता वरुण गांधी ने आखिरकार अपनी पुरानी दोस्त यामिनी रॉय के साथ परिणय सूत्र में बंध गए। हालांकि, गांधी परिवार के बीच रिश्ते की गांठ इस खूबसूरत मौके पर भी खुल नहीं पाई। नतीजा-सोनिया गांधी के परिवार का कोई सदस्य इस शादी में शामिल नहीं हुआ। करीब तीन घंटे तक चले वैदिक रीति रिवाज के बीच वरुण ने यामिनी संग सात फेरे लिए और उन्हें हमेशा के लिए अपना बना लिया।
शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वती की उपस्थिति में पूरे रीति-रिवाजों के साथ वरुण का विवाह संस्कार हुआ। वरुण और यामिनी ने मंदिर में बड़े-से चबूतरे पर बनाई गई अग्निवेदी के 7 फेरे लिए। इससे पूर्व कांची कामकोटि पीठम् के वाराणसी स्थित मंदिर में शाम के वक्त गोधूलि बेला में विवाह के शास्त्रीय विधान के अनुसार पूर्वांग रस्में संपन्न की गईं।
कोलाकाता की फैशन डिजाइनर यामिनी ने इस मौके पर वही गुलाबी साड़ी पहनी, जो उनकी होने वाली सास मेनका को इंदिरा गांधी ने दी थी। इस गुलाबी साड़ी का गांधी परिवार में खास महत्व है, क्योंकि इंदिरा, सोनिया, मेनका और प्रियंका सबने अपनी शादी में गुलाबी साड़ी ही पहनी है।