11 मार्च, 2011
पुलिस ने बताया कि हत्यारे की पहचान विजय उर्फ राम सिंह के रूप में की हुई है। उसके सहयोगी अशरफ और तबरेज को उत्तर प्रदेश के सीतापुर से हिरासत में लिया गया था।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिणी) एच. जी. एस. धालीवाल ने पत्रकारों से कहा, "अशरफ और तबरेज हमलावर को गुड़गांव तक ले गए और भागने में उसकी मदद की। तीनों लम्बे समय से नारायणा इलाके में रह रहे थे। वे कपड़ा बुनाई के एक कारखाने में दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम कर रहे थे।"
कुछ साल पहले राधिका का पीछा करने के कारण उसके परिवार वालों ने कथित तौर पर राम सिंह की पिटाई की थी। इस घटना के बाद राम सिंह को अपनी नौकरी भी गंवानी पड़ी थी।
गौरतलब है कि नारायणा इलाके में रहने वाली राधिका दक्षिणी दिल्ली के शांतिनिकेतन में राम लाल आनंद कॉलेज में स्नातक द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। धौलाकुआं के समीप मंगलवार सुबह वह अपने दोस्त के साथ पैदल पुल को पार कर रही थी उसी दौरान एक शख्स ने पीछे से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी और वह फरार हो गया।