12 मार्च 2011
जापान की समाचार एजेंसी 'क्योडो' ने शनिवार सुबह जापान की परमाणु सुरक्षा एजेंसी के हवाले से यह बात कही।
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक इस बात की आशंका व्यक्त की जा रही है कि अत्यधिक गर्म हो रहे संयंत्र में भारी दबाव की वजह से रेडियोधर्मी विकिरण बाहर फैल सकता है। भूकम्प के कारण संयंत्र को मिलने वाली बिजली और जल आपूर्ति बाधित हो गई है जिससे संयंत्र को ठंडा करने के उपकरण बंद हो गए हैं।
जापान के प्रधानमंत्री नाओतो कान ने शनिवार को संयंत्र के आसपास के खाली कराए जाने वाले इलाके का दायरा बढ़ाकर 10 किलोमीटर करने की घोषणा की है। भूकम्प के बाद प्रशासन ने संयंत्र के आस-पास के दो किलोमीटर के दायरे को खाली कराने की घोषणा की थी।
अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि अमेरिकी वायुसेना ने जापान के संकटग्रस्त परमाणु संयंत्र के लिए शीत उपकरण भेजे हैं।
नाओतो ने हेलीकॉप्टर से आपदाग्रस्त इलाके का दौरा किया।
शुक्रवार को उत्तरी जापान में आए 8.9 रिएक्टर तीव्रता के भूकम्प के बाद समुद्र में 10 मीटर ऊंची सुनामी लहरें उठीं जिससे तटीय इलाकों के शहरों में भारी तबाही हुई। जापान में यह अब तक का सबसे तीव्र भूकम्प है।