17 अप्रैल 2011
वाशिंगटन। भारत ने शनिवार को चेतावनी देते हुए कहा कि कई दशक के सबसे बुरे आर्थिक संकट से उबर रही वैश्विक अर्थव्यवस्था कच्चे तेल की कीमतों में लगातार तेजी और जिंस बाजार में सटोरिया गतिविधियों के कारण खतरे मे पड़ सकती है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक के साथ एक बैठक के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने कहा, "जिंस वायदा बाजार में सटोरिया गतिविधियां भी कीमतों में उतार-चढ़ाव का कारण हैं।"
सुब्बाराव ने कहा कि स्पेशल ड्राइंग राइट्स (एसडीआर) अंतर्राष्ट्रीय भुगतान तंत्र में आरक्षित मुद्रा नहीं बन सकते क्योंकि यह इस भूमिका को निभाने के लिए जरूरी शर्ते पूरी नहीं करते।
इससे पहले जी-20 की मंत्रिस्तरीय बैठक में वैश्विक अर्थव्यवस्था के सम्बंध में उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार की प्रक्रिया को परिणाम तक पहुंचाने के लिए जी-20 के सामूहिक प्रयास महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने कहा, "प्रभावी परिणामों के जरिए इस बात का संकेत देना जरूरी है कि जी-20 न सिर्फ मजबूत और संतुलित विकास के लिए गंभीर है बल्कि यह एक प्रभावी और प्रासंगिक संगठन है।"