18 अप्रैल 2011
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने बरेली में चलती रेलगाड़ी से बदमाशों द्वारा धक्का दिए जाने के बाद अपना एक पैर गंवाने वाली युवा खिलाड़ी अरुणिमा सिन्हा को घटना के करीब एक सप्ताह बाद नौकरी का प्रस्ताव दिया है।
किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज (केजीएमसी) में भर्ती अरुणिमा से सोमवार को मुलाकात करने पहुंचे राज्य के खेल मंत्री अयोध्या प्रसाद पाल ने संवाददाताओं से कहा कि अरुणिमा को खेल निदेशालय और स्पोर्ट्स कॉलेज में नौकरी का प्रस्ताव दिया है। अब यह उसके ऊपर है कि वह कहां काम करना चाहती है।
पाल ने कहा कि अरुणिमा की हालत काफी बेहतर है। हमारे अधिकारी लगातार उसके परिवार से सम्पर्क में हैं। राज्य सरकार अरुणिमा की हर सम्भव मदद करेगी। केंद्रीय खेल मंत्री अजय माकन भी अरुणिमा से मिलने पहुंचे रहे हैं।
इससे पहले, रविवार को अरुणिमा का दूसरी बार ऑपरेशन हुआ। केजीएमसी के शल्य चिकित्सक विनीत शर्मा ने कहा, अरुणिमा के घावों में संक्रमण काफी बढ़ गया था जिसकी वजह से दूसरा ऑपरेशन करना पड़ा। यदि ऑपरेशन नहीं होता तो जटिलताएं और बढ़ जातीं।
उन्होंने कहा, हमारा मुख्य लक्ष्य अरुणिमा के बाएं घुटने को बचाना था। इस हिस्से में कृत्रिम अंग लगाने से वह चलने में सफल हो सकेगी।
अरुणिमा को शनिवार को बरेली के जिला अस्पताल से केजीएमसी में भर्ती किया गया था।
अम्बेडकर नगर जिले की अरुणिमा को कुछ लोगों ने चलती रेलगाड़ी से उस समय नीचे गिरा दिया था जब वह लखनऊ से नई दिल्ली जा रही थीं। इसी दौरान उन लोगों ने अरुणिमा के गले की सोने की चेन छीनने का प्रयास किया था। अरुणिमा ने इसका विरोध किया था और उन्हें इसका खामियाजा अपना एक पैर गंवाकर भुगतना पड़ा।