19 अप्रैल 2011
मुम्बई। महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की गोलीबारी के विरोध में मंगलवार को शिव सेना ने बंद का आह्वान किया है। इस दौरान कुछ स्थानों पर हिंसक घटनाएं भी हुई हैं।
सोमवार को प्रदर्शनकारी 9,900 मेगावाट की जैतापुर परमाणु ऊर्जा परियोजना का विरोध कर रहे थे, तभी पुलिस ने उन पर गोलियां चला दी और एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि शिव सेना के कार्यकर्ताओं ने सार्वजनिक परिवहन की बसों पर पत्थर फेंके, उनके शीशे तोड़ दिए और रत्नागिरी-कोल्हापुर राजमार्ग पर जलते हुए टायर फेंककर मार्ग अवरुद्ध कर दिया। अन्य स्थानों पर भी उन्होंने ट्रकों और बसों के टायरों को नुकसान पहुंचाया।
कोंकण बचाओ समिति की अध्यक्ष वैशाली पाटील ने बंद को सफल बताया है।
पर्यटकों के पसंदीदा स्थलों चिपलम, केल्शी, दापोली, जिला मुख्यालय रत्नागिरी सहित पूरे जिले और नेत, मधबन व जैतापुर जैसे गांवों में भी बंद का असर पड़ा है। मंगलवार को यहां की सभी दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं।
पुलिस ने पूरे जिले में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। कई स्थानों पर व्यवस्थाएं देखने के लिए शीर्ष नागरिक व पुलिस अधिकारी मौजूद हैं।
कोंकण बचाओ समिति और जनहित सेवा समिति ने एक संयुक्त वक्तव्य जारी कर सखरी-नेत गांव में सोमवार को हुई पुलिस गोलीबारी की निंदा की है। इस गोलीबारी में 30 वर्षीय मछुआरे तबरेज पेहेकर की मौत हो गई थी और कई अन्य गम्भीर रूप से घायल हो गए थे।