20 अप्रैल 2011
टोरंटो। शोधकर्ता शर्करा आधारित ऐसे टीके का विकास कर रहे हैं, जिससे पेट के कैंसर सहित गैस के लिए जिम्मेदार जानलेवा कीटाणुओं से लड़ा जा सके। कनाडा में ग्वेल्फ यूनीवर्सिटी के प्रोफेसर मैरियो मोंटीरो के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने पाया कि कार्बोहाइड्रेट आधारित एंटीजेन चूहों में गैस्ट्रिक कैंसर के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता विकसित करता है।
शोध रिपोर्ट में मोंटीरो के हवाले से कहा गया है, "यह हेलीकोबैक्टर पायलोरी (बैक्टीरिया) के लिए शर्करा आधारित पहला टीका है।" हेलीकोबैक्टर पायलोरी नामक बैक्टीरिया पेट के कैंसर के लिए जिम्मेदार होता है। ग्वेल्फ के एक बयान के अनुसार दुनिया की करीब आधी आबादी अपने जीवनकाल में इस बैक्टीरिया से संक्रमित होती है।
मोंटीरो के अनुसार यह गैस्ट्रिक और अल्सर का कारक हो सकता है। अब तक बहुत से संक्रमण को एंटीबायोटिक दवाओं द्वारा दूर करने के प्रयास किए जाते रहे हैं, लेकिन यह टीका मौजूदा उपचार में सुधार करेगा। बहुत से वैज्ञानिक संक्रमण को रोकने या नियंत्रित करने के लिए प्रोटीन आधारित टीके के विकास पर काम करते रहे। वर्ष 2004 में ग्वेल्फ आने के बाद मोंटीरो ने संयुक्त रूप से प्रोटीन और शर्करा आधारित टीके के विकास के लिए अध्ययन किया।