28 अप्रैल 2011
गांधीनगर। गुजरात में वर्ष 2002 में हुए गोधरा ट्रेन हादसे और उसके बाद हुए साम्प्रदायिक दंगों की जांच करने वाले नानावती-मेहता आयोग ने बुधवार को पुलिस अधिकारी संजीव भट्ट को अपने समक्ष 16 मई को तलब किया।
जन संघर्ष मंच की ओर से दंगा पीड़ितों का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील एवं कार्यकर्ता मुकुल सिन्हा के आवेदन पर आयोग ने भट्ट को सम्मन जारी किया है।
संजीव भट्ट से सम्पर्क किए जाने पर उन्होंने कहा, "मुझे आयोग के सचिव सी.जी. पटेल ने टेलीफोन किया था। उन्होंने सूचित किया कि मुझे आयोग के समक्ष 16 मई को पेश होना है।"
ज्ञात हो कि भट्ट जांच आयोग के समक्ष पहली बार उपस्थित होंगे।
उल्लेखनीय है कि भट्ट ने सर्वोच्च न्यायालय में दाखिल अपने हलफनामे में मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर साम्प्रदायिक दंगे में संलिप्तता का आरोप लगाया है। भट्ट के मुताबिक मोदी चाहते थे कि गोधरा कांड के बाद मुसलमानों को सबक सिखाया जाए।