29 अप्रैल 2011
लंदन। हर लड़की का सपना होता है कि एक दिन घोडे राजकुमार आएगा और उसे अपने साथ सपनों की दूनिया में ले जाएगा। हर लड़की का ये सपना पूरा होता है या नहीं, इस बारे में तो कुछ कहा नहीं जा सकता लेकिन शाही खानदानों की कई प्रिंसेस के सपनों के राजकुमारों ने उन्हें अपनाया है।
साधारण परिवार से शाही केट मिडिल घरानों की सदस्य बनने की कड़ी में केट मिडिलटन अकेली ऐसी साधारण युवती नहीं है जिसका सफेद घोड़े पर सवार राजकुमार को जीवन साथी बनाने का सपना साकार हुआ हो, दुनिया भर के बहुत से शाही खानदानों में ऐसी शादियां होती आई हैं।
ब्रिटेन के राजकुमार विलियम से विवाह के अटूट बंधन में बंधने वाली केट चार सदियों में पहली ऐसी साधारण युवती है जिसे ब्रिटेन का शाही खानदान अपनाने जा रहा है। एक सोशल नेटवर्किंग साइट 'बेडू डॉट काम' की ओर से कराए गए अध्ययन के अनुसार, "दुनियाभर में चार में से एक राजकुमार ही शाही घरानों की युवतियों को अपनी हमसफर बनाते हैं। अध्ययन में दूसरे विश्वयुद्ध के बाद 107 शाही प्रेमकहानियों को आधार बनाया गया है। तब से 17 यूरोपीय राजकुमारों में से महज एक ने ही ऐसा किया है।"
अध्ययन में कहा गया है कि करीब तीन-चौथाई यूरोपीय राजकुमारों ने शाही या कुलीन घरानों की सदस्यों की जगह आम युवतियों से विवाह रचाया है। इस अध्ययन में 1945 के बाद के 30 देशों के 33 शाही घरानों के राजकुमारों के प्रेमप्रसंगों को शामिल किया गया है। इनमें से 63 फीसदी राजकुमारों ने दूसरी राष्ट्रीयता की लड़कियों से शादी की है।
शाही घरानों के चिरागों से विवाह करने वाली अधिकांश साधारण युवतियों की अपने सपनों के राजकुमार से मुलाकात केट की ही तरह विश्वविद्यालय में पढ़ने के दौरान हुई। केट के माता-पिता धनाड्य हैं और उसकी शिक्षा-दीक्षा महंगे स्कूल में हुई है लेकिन ज्यादातर युवतियों के परिवारों की आर्थिक हालत भी मामूली रही है। स्पेन की राजकुमारी लेतिजिया के माता-पिता कामकाजी थे जबकि लक्जमबर्ग की राजकुमारी टैसी के पिता कामगार थे।
इस अध्ययन की रपट ऐसे समय जारी की गई जबकि दुनियाभर की निगाहें ब्रिटिश राजकुमार विलियम की शादी पर हैं।