30 अप्रैल 2011
मिश्रा ने कहा कि जब्त लैपटॉप से जो बातें सामने आईं वह बताती हैं कि डैवी ने इस अभियान की बड़े पैमाने पर योजना तैयार की थी।
ज्ञात हो कि इस मामले के आरोपियों में से एक डैवी ने एक समाचार चैनल को दिए गए साक्षात्कार में आरोप लगाया है कि पुरुलिया में हथियार गिराने की योजना भारत सरकार की थी।
उसने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल की कम्युनिस्ट सरकार को अस्थिर करने के लिए भारत सरकार ने ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी के साथ मिलकर इस काम को अंजाम दिया।
समाचार चैनल से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि डैवी ने आरोप लगाया है कि हथियार गिराने का उद्देश्य 'पश्चिम बंगाल सरकार को अस्थिर करना था ताकि वहां राष्ट्रपति शासन लगाया जा सके और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की सरकार को हटाया जा सके।"
मिश्रा ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि डैवी को भारत से भागने में किसी सरकारी एजेंसी अथवा राजनीतिज्ञ ने मदद की।