30 अप्रैल 2011
नई दिल्ली। एयर इंडिया के 1,600 पायलटों की हड़ताल चौथे दिन भी जारी रहने से शनिवार को देश भर में करीब 130 उड़ानें रद्द की गईं। मुम्बई में 60 और कोलकाता में 14 उड़ानों का संचालन रद्द किया गया है। न्यायालय की अवमानना के आरोप में पायलटों को छह महीने की कैद होने की आशंका के बावजूद यह हड़ताल जारी है। वहीं विमानन सेवा को आंशिक रूप से बंद करने पर भी विचार चल रहा है।
वर्ष 2007 से अब तक करीब तीन अरब डॉलर का घाटा झेल चुकी विमानन कम्पनी को इस हड़ताल से अब तक 26 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ है। वर्ष 2007 में इंडियन एयरलाइंस का एयर इंडिया में विलय करके नई कम्पनी नेशनल एविएशन कम्पनी ऑफ इंडिया लिमिटेड का गठन किया गया था।
केंद्रीय मंत्रिमंडल को मौजूदा स्थिति से अवगत कराने के बाद एयर इंडिया प्रबंधन का समर्थन करते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री वायलार रवि ने कहा, "कोई भी सरकार पर शर्ते नहीं थोप सकता, खासकर कुछ पायलट जो कि देश में सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले लोगों में से हैं।"
कम्पनी के एक अधिकारी के मुताबिक प्रबंधन ने पहले रविवार तक के लिए टिकटों की बुकिंग बंद रखने की बात कही थी और अब इस अवधि को बढ़ाए जाने पर विचार हो रहा है। उन्होंने कहा, "कई विकल्पों पर विचार किया जा रहा है लेकिन पायलट शर्ते नहीं थोप सकते।"
दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को भारतीय वाणिज्यिक पायलट संघ के सदस्यों के खिलाफ अदालत की अवमानना की कार्रवाई शुरू की। पायलटों के इसी संघ ने हड़ताल की घोषणा की है। इसके सदस्य एयर इंडिया में विलय की गई इंडियन एयरलाइंस के पायलट हैं।
न्यायमूर्ति गीता मित्तल ने अदालत के आदेश के बावजूद संघ के सदस्यों द्वारा काम पर लौटने से इंकार किए जाने पर स्वत: संज्ञान लेते हुए आपराधिक अवमानना की कार्रवाई शुरू की है।
हड़ताल के कारण पूरे देश में हजारों यात्रियों को मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं। निजी एयरलाइंस यात्रियों से 50 से 75 प्रतिशत ज्यादा किराया वसूल रही हैं।
शनिवार को मुम्बई में 60 से ज्यादा उड़ानें रद्द की हैं। सूत्रों के मुताबिक इनमें मुम्बई में उतरने वाली 37 और यहां से रवाना होने वाली 25 उड़ानें शामिल हैं।
कम्पनी ने आकस्मिक योजना के जरिए शनिवार सुबह 11.30 बजे तक मुम्बई से बाहर जाने वाली पांच उड़ानें संचालित कीं।
पायलटों की उपलब्धता कम होने के कारण एयर इंडिया आकस्मिक योजना के अनुरूप उड़ानों का संचालन कर रही है।
वहीं कोलकाता में 14 उड़ानों का संचालन रद्द किया है। एयर इंडिया के प्रवक्ता के अनुसार सामान्य दिनों में कोलकाता से 21 उड़ानें संचालित होती हैं। लेकिन संसाधन सीमित होने के कारण हमने शनिवार को केवल सात उड़ानों के संचालन का फैसला किया है। तीन उड़ानों का संचालन किया गया है और चार का संचालन किया जाएगा।
पोर्टब्लेयर, सिलचर और शिलांग के लिए उड़ानों का संचालन नेताजी सुभाषचंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से किया गया है। नई दिल्ली, बागडोगरा, अगरतला और डिब्रूगढ़ जाने वाली उड़ानों का संचालन दिन के अंत तक किया जाएगा।