1 मई 2011
चेन्नई। मुम्बई में आईसीसी विश्व कप के फाइनल में एक दूसरे का सामना करने के बाद कुमार संगकारा और महेंद्र सिंह धौनी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के चौथे संस्करण के लीग मुकाबले में रविवार को एम. चिदम्बरम स्टेडियम में एक बार फिर एक दूसरे के सामने होंगे।
अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को विश्व कप जिता चुके धौनी आईपीएल की चेन्नई सुपर किंग्स टीम के कप्तान हैं जबकि फाइनल में पटखनी खाने वाले श्रीलंकाई कप्तान आईपीएल के इस संस्करण में डेक्कन चार्जर्स की कमान सम्भाल रहे हैं।
बीते वर्ष आईपीएल का खिताब जीतने वाली सुपर किंग्स का प्रदर्शन उसकी साख के अनुरूप नहीं रहा है। उसने अब तक कुल सात मैच खेले हैं, जिनमें से चार में उसे जीत मिली है जबकि तीन में हार का सामना करना पड़ा है।
इस प्रदर्शन ने बतौर कप्तान धौनी की क्षमता पर सवाल खड़े किए हैं लेकिन जैसा कि विदित है कि आईपीएल में उनकी की सफर अभी आधी दूरी तक ही पहुंचा है, लिहाजा चिंता की कोई विशेष बात नहीं।
डेक्कन को हराने के बाद यह टीम अगर अपना आगे का सफर मनमुताबिक जारी रखने में सफल रहती है तो वह फाइनल में पहुंचने का हक हासिल कर सकती है लेकिन इसके लिए उसे 2010 जैसा प्रदर्शन दोहराना होगा।
दूसरी ओर, 2009 में एडम गिलक्रिस्ट की कप्तानी में यह खिताब अपने नाम कर चुकी चार्जर्स के पास सुपर किंग्स को हराकर तालिका में अपनी स्थिति बेहतर करने और खुद को अंतिम-4 की दावेदार टीमोंे के तौर पर पेश करने का मौका है।
आईपीएल के इस सत्र में दोनों टीमों की यह पहली भिड़ंत है। सुपर किंग्स ने पुणे वारियर्स के खिलाफ मिली लगातार दो जीत के साथ अपना खोया मनोबल हासिल किया है वहीं डेक्कन ने मुम्बई इंडियंस के खिलाफ मिली हार के बाद कोच्चि टस्कर्स को हराकर अपनी तीसरी जीत दर्ज की थी।
कोच्चि के खिलाफ डेक्कन की बल्लेबाजी खराब रही लेकिन पांच विकेट लेने वाले इशांत शर्मा और तीन विकेट लेने वाले डेल स्टेन की अगुआई में उसके गेंदबाजों ने स्तरीय प्रदर्शन करते हुए जीत का आधार तय किया था।
ऐसे में धौनी की टीम को इशांत और स्टेन को आधार बनाकर अपनी रणनीति तय करनी होगी क्योंकि ये दोनों गेंदबाज किसी भी आक्रमण पंक्ति की बखिया उधेड़ने के लिए काफी हैं। बेशक धौनी के पास अच्छे बल्लेबाज और गेंदबाज हैं लेकिन इसके बावजूद उन्हें डेक्कन को कमतर आंकने की भूल नहीं करनी चाहिए।