7 मई 2011
वाशिंगटन। अमेरिकी रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स के अनुसार अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन की मौत अफगानिस्तान में अमेरिकी सैन्य गतिविधियों के लिए परिवर्तनकारी साबित हो सकती है।
गेट्स ने नार्थ कैरोलिना स्थित वायु सेना के एक ठिकाने पर सैनिकों से कहा, "मैं ओसामा बिन लादेन की मौत के प्रभाव को अफगानिस्तान में हालात के संदर्भ में सोचता हूं। मैं सोचता हूं कि एक बात की सम्भावना यह है कि यह एक परिवर्तनकारी साबित हो सकता है।"
गेट्स ने कहा, "लादेन और (तालिबान सरगना) मुल्ला उमर के बीच बहुत घनिष्ठ निजी सम्बंध था और तालिबान में कई लोग ऐसे हैं जो यह महसूस करते हैं कि अलकायदा ने उन्हें धोखा दिया है। वे सोचते हैं कि अमेरिका पर अलकायदा के हमले के कारण ही तालिबान को अफगानिस्तान से बेदखल होना पड़ा था।"
गेट्स ने कहा, "मैं समझता हूं कि अफगानिस्तान के अंदर सम्भावित असर के संदर्भ में फिलहाल कोई राय बनाना बहुत जल्दबाजी होगी, लेकिन मैं समझता हूं कि छह महीनों में या उसके बाद शायद हमें इसके असर का कुछ अंदाजा लग पाए।"
गेट्स ने कहा कि पाकिस्तान के साथ अमेरिका के रिश्ते जटिल हैं। गेट्स ने कहा कि यदि दो वर्ष पहले उनसे किसी ने कहा होता कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान से लगी अपनी पश्चिमी सीमा पर 140,000 सैनिकों को तैनात करेगा, तो उन्हें आश्चर्य हुआ होता।
गेट्स ने कहा, "मैंने कहा होता कि ऐसा नहीं होने वाला है, लेकिन ऐसा हुआ है।" उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने भारत से लगी अपनी सीमा से सैनिकों को हटाया है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हजारों की संख्या में कुर्बानियां दी है।
गेट्स ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका और पाकिस्तान अटूट साझेदार हैं। "लेकिन ठीक यहीं पर वे (पाकिस्तानी नेतृत्व) अपने दांव चलने से बाज भी नहीं आने वाले हैं।"
गेट्स ने कहा कि लेकिन अमेरिका और पाकिस्तान को अपने रिश्ते पर काम करते रहना है। उन्होंने कहा कि सामरिक स्तर पर -अफगानिस्तान सीमा के दोनों तरफ - दोनों देशों के सम्बंध अच्छे हैं, और बेहतर भी हो रहे हैं। गेट्स ने कहा, "मैं कहूंगा कि यह एक ऐसा रिश्ता है, जिसपर हमें काम करते रहना है।"