10 मई 2011
शिमला। देशभर के 65,000 से ज्यादा लोग हिमाचल प्रदेश में घर खरीदना चाहते हैं। इनमें से करीब 8,000 लोगों की तो सिर्फ शिमला में ही घर खरीदने की ख्वाहिश है।
हिमाचल प्रदेश शहरी विकास प्राधिकरण (एचआईएमयूडीए) के उपाध्यक्ष गणेश दत्त ने बताया, "देशभर के 65,000 से ज्यादा लोगों ने इस राज्य में फ्लैट खरीदने में रुचि दिखाई है। शिमला के लिए सबसे ज्यादा 8,000 आवेदन आए हैं।"
एचआईएमयूडीए द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ है। इस सर्वेक्षण के तहत मकान के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 अप्रैल थी।
उन्होंने बताया कि 40,000 लोग 12 जिला मुख्यालयों में घर खरीदने को उत्सुक हैं। बचे हुए आवेदक उप-खंडीय इलाकों में घर खरीदना चाहते हैं।
सोलन जिले का कसौली पर्वतीय इलाका खरीददारों की दूसरी सबसे बड़ी पसंद है। इस स्थान पर घर खरीदने में 4,000 से ज्यादा लोगों ने रुचि दिखाई है। चण्डीगढ़, पंजाब, हरियाणा से नजदीकी के कारण इसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है। यह स्थान राज्य के औद्योगिक इलाकों बड्डी, बारोटीवाला और नालागढ़ के भी नजदीक है।
शिमला से 45 किलोमीटर दूर स्थित थियोग को 2,200, सोलन जिले के बड्डी को 2,500 और कांगड़ा जिले के पालमपुर को 3,000 लोगों ने पसंद किया है।
दत्त ने बताया कि सर्वेक्षण के बाद एचआईएमयूडीए ने फ्लैट्स के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू कर दिया है।
हिमाचल प्रदेश के भूमि कानूनों के तहत राज्य के केवल स्थायी निवासी ही यहां भूमि खरीद सकते हैं। अन्य जो लोग यहां गैर कृषि योग्य भूमि खरीदना चाहते हैं उन्हें किरायेदारी और भूमि सुधार कानून की धारा 118 के तहत सरकार से इसके लिए अनुमति लेनी पड़ती है।
वैसे एचआईएमयूडीए से घर खरीदना इसका अच्छा विकल्प है क्योंकि इसके लिए सरकार की अनुमति की आवश्यकता नहीं है। निजी विक्रेता से घर खरीदने की स्थिति में सरकारी अनुमति अनिवार्य है।