18 मई 2011
नई दिल्ली/वाराणसी। कांग्रेस ने बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार से पार्टी महासचिव राहुल गांधी के इस दावे की जांच कराने की मांग की कि राज्य में ग्रेटर नोएडा के भट्टा पारसौल गांव में मानव अवशेष मिश्रित राख के टीले देखे गए। राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) ने भी कांग्रेस की मांगों का समर्थन किया।
वाराणसी में कांग्रेस के दो दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन में पार्टी के वरिष्ठ नेता व महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि पार्टी राहुल के बयान के साथ है। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल ने वही कहा जो उनसे कहा गया।
सिंह के अनुसार, "उन्होंने (राहुल ने) जो कुछ भी कहा वह गांव में उनके द्वारा बिताए गए वक्त, किसानों तथा क्षेत्र के लोगों से बातचीत पर आधारित है और यही मैं कह रहा हूं। मुख्यमंत्री ने जो कहा है, यदि वह उस बात को लेकर आश्वस्त हैं तो उन्हें इसकी जांच के आदेश देने चाहिए।"
इससे पहले मंगलवार को राज्य में सत्तारूढ़ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने राहुल के दावों को खारिज कर दिया था और इसे 'आधारहीन' बताया था।
इस बीच, कांग्रेस के करीब जाते दिख रहे रालोद ने भी राहुल के आरोपों की जांच की मांग की। पार्टी अध्यक्ष अजित सिंह ने संवाददाताओं से कहा, "वह (राहुल) कांग्रेस में विशेष स्थान रखते हैं। वह उत्तर प्रदेश से संसद के सदस्य हैं। उनका कहना है कि वह वहां गए। उनके पास कुछ फोटो भी हैं। सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए।"
उधर, नई दिल्ली में कांग्रेस नेता जनार्दन द्विवेदी ने भी संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "मामले की जांच की जानी चाहिए। यदि यह सही नहीं है तो ठीक है। लेकिन यदि यह सच है तो बहुत गम्भीर मामला है। यहां तक कि यदि महिलाएं निर्दयतापूर्वक पीटी गई हैं तो भी यह गम्भीर मामला है। तथ्य चाहे कुछ भी हों, उन्हें सामने आना चाहिए।"
राहुल का बचाव और मामले को स्पष्ट करते हुए द्विवेदी ने कहा, "वह (राहुल) वहां मौजूद नहीं थे। वह वहां बाद में गए.. उन्हें जो कुछ भी बताया गया, उन्होंने वही दोहराया। यदि आप घटना के बाद कहीं जाते हैं तो आप वही दोहराएंगे जो लोग आपसे कहेंगे।"
राहुल ने सोमवार को भट्टा पारसौल के किसानों के साथ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी और अपना पक्ष स्पष्ट किया था।