19 मई 2011
वाराणसी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भट्टा पारसौल गांव की घटना पर शर्मिदगी जाहिर करते हुए गुरुवार को उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती पर एक से बढ़कर एक तीर चलाए। उन्होंने 'माया राज' की तुलना 'अंधेर नगरी चौपट राजा' तक से करने में गुरज नहीं किया। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उन्होंने यह कहते हुए मायावती पर निशाना साधा कि 'जिनके घर शीशे के होते हैं वे दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते'।
कांग्रेस के दो दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन का समापन करने के बाद यहां आयोजित एक रैली को सम्बोधित करते हुए सोनिया ने कहा, "ग्रेटर नोएडा में जो बर्बरता हुई, उस पर हम शर्मिदा हैं। ऐसा लग रहा है कि सरकारी तंत्र के जरिए किसानों की जमीन हड़पने की वहां राजनीति हो रही हो।"
उन्होंने कहा, "प्रदेश की सरकार कुछ खास पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए यह कर रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम इसकी लड़ाई लड़ेंगे।"
सोनिया ने कहा, "हम जल्द ही भूमि अधिग्रहण व पुनर्वास संशोधन विधेयक संसद में लेकर आएंगे।"
मायावती पर बरसते हुए सोनिया ने कहा, "यह तो अंधेर नगरी हो गया है। यहां किसी की कोई सुनने वाला नहीं है। चारों तरफ लूट खसोट मची हुई है और अराजकता का माहौल है। हमें जो खबरें मिल रही हैं उनके मुताबिक हर जगह भ्रष्टाचार है।"
उन्होंने कहा, "कुछ लोग संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं। लेकिन मैं उन्हें कहना चाहती हूं कि जिनके घर शीशे के होते हैं वे दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते। संप्रग ने भ्रष्टाचार के विरूद्ध जितने कदम उठाए उतने किसी ने नहीं उठाए। यहां तक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार ने भी नहीं।"
इस अवसर पर पूर्वाचल के लोगों की चोट पर उन्होंने मरहम लगाने का भी काम किया। उन्होंने कहा, "मुझे पूर्वाचल के लोगों के दर्द का भी एहसास है। उनके लिए जो बन पड़ेगा, वह करेंगी। उत्तर प्रदेश सरकार रुकावट डालने के बजाय केंद्र सरकार की तरफ से मिलने वाले धन का सही इस्तेमाल करे।"
इस अवसर पर केंद्र सरकार की उपलब्ध्यिां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में चीनी मिलों के बंद होने के साथ सभी तरह के उद्योग धंधे बंद पड़े हैं। यहां बुनकरों को तमाम संकटों से जूझना पड़ रहा है। रेशम उद्योग तबाही की ओर है। लेकिन प्रदेश सरकार को इनकी तनिक भी चिंता नहीं है।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए सोनिया ने कहा, "इन पांच राज्यों में किसकी जीत हुई। कांग्रेस को सबसे अधिक सीटें मिलीं जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तो पांच सीटों तक ही सिमट गई और वामपंथियों का सफाया ही हो गया।"
ज्ञात हो कि अधिवेशन के पहले दिन कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने माया सरकार पर जमकर निशाना साधा था और कहा कि उन्होंने भट्टा पारसौल से तो उत्तर प्रदेश की लड़ाई शुरू की है, वह यहीं रुकने वाले नहीं हैं बल्कि उत्तर प्रदेश के कोने-कोने में इस लड़ाई को ले जाएंगे।