21 मई 2011
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मानवाधिकार परिषद के लिए 15 देशों का चुनाव किया है। इनमें भारत भी शामिल है। महासभा के 192 सदस्यों द्वारा चुने गए नए सदस्य देश, परिषद के उन 15 सदस्यों का स्थान लेंगे, जिनका कार्यकाल जून में समाप्त हो रहा है। परिषद में एशियाई देशों के समूह के रूप में भारत, कुवैत, इंडोनेशिया और फिलीपींस को चुना गया है।
सीरिया ने 11 मई को परिषद में सदस्यता की अपने दावेदारी वापस ले ली थी, क्योंकि वहां प्रदर्शनकारियों पर जारी सरकारी हिंसा को लेकर उसे अपनी उम्मीदवारी के खिलाफ व्यापक अंतर्राष्ट्रीय विरोध का सामना करना पड़ा था। उसके बाद एशियाई समूह में सीरिया के स्थान पर कुवैत को सदस्य बनाया गया।
बुर्किना फासो, बोत्सवाना, कांगो और बेनिन को अफ्रीकी देशों के समूह के लिए चुना गया है। चेक गणराज्य और रोमानिया को पूर्वी यूरोपीय समूह के हिस्से के रूप में निर्वाचित किया गया। इटली और आस्ट्रेलिया पश्चिमी यूरोपीय समूह के हिस्से के रूप में होंगे।
चिली, कोस्टा रिका और पेरू को लैटिन अमेरिकी और कैरिबियन समूह के हिस्से के रूप में निर्वाचित किया गया है।
सभी निर्वाचित 15 सदस्यों का कार्यकाल तीन वर्षो का होगा।
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 2006 में स्थापित जेनेवा स्थित मानवाधिकार परिषद में 47 देश शामिल हैं। परिषद का उद्देश्य मानवाधिकार उल्लंघन की स्थितियों से निपटना और उनसे निपटने के लिए सुझाव देना है।