24 मई 2011
रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस के सोमवार से लापता अपर पुलिस अधीक्षक सहित 10 पुलिसकर्मियों में से नौ के शव मंगलवार सुबह बरामद कर लिए गए जबकि एक पुलिसकर्मी अब तक कुछ पता नहीं चला है। नक्सलियों द्वारा पुलिसकर्मियों के वाहन पर घात लगाकर किए गए हमले के बाद से ये सभी लापता थे।
पुलिस महानिदेशक विश्वरंजन ने बताया कि छत्तीसगढ़ सीमा से 14 किलोमीटर दूर उड़ीसा के सोनाबेरा में अपर पुलिस अधीक्षक राजेश पवार के नेतृत्व में 10 सदस्यीय पुलिस दल को ले जा रहे वाहन पर नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया था।
उन्होंने कहा, "हमने नौ शव बरामद किए हैं। एक अन्य लापता पुलिसकर्मी के लिए तलाशी अभियान अभी जारी है। मैं नहीं कह सकता कि नक्सली शहीद हुए पुलिसकर्मियों के हथियार अपने साथ ले गए हैं या नहीं।"
मंगलवार सुबह घटना स्थल पर पहुंचे स्थानीय पत्रकार फारुख मेनन ने कहा कि बरामद किए गए नौ शवों में से ज्यादातर क्षत-विक्षत हैं और ऐसा लगता है कि नक्सलियों ने पुलिसकर्मियों को घेरकर गोलीबारी की।
मेनन ने कहा, "ऐसा लगता है कि नक्सलियों ने पुलिसकर्मियों के शवों को कुल्हाडियों से काटा है।"
अपर पुलिस महानिदेशक गिरधारी नायक ने कहा कि नक्सलियों ने पवार के नेतृत्व वाले पुलिस के 10 सदस्यीय दल पर तब हमला किया जब वे ट्रैक्टर से रायपुर जिले के गारियाबंद लौट रहे थे।
उन्होंने कहा, "दो नक्सलियों के आत्मसमर्पण करने की सूचना मिलने पर पुलिस दल बोलेरो जीप से उड़ीसा सीमा पर गया था लेकिन बाद में जीप में तकनीकी खराबी आने के कारण उन्होंने एक ट्रैक्टर किराए पर लिया था।"