25 मई 2011
मुम्बई। मुम्बई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स टीमें इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पहले क्वालीफायर मुकाबले में बुधवार को वानखेड़े स्टेडियम में भिड़ेंगी। इस मैच को जीतने वाली टीम सीधे तौर पर फाइनल में नहीं पहुंचेगी लेकिन वह फाइनल के लिए होने वाले दूसरे प्ले-ऑफ मुकाबले में खेलने का अधिकार जरूर हासिल कर लेगी।
पहला प्लेऑफ मुकाबला मंगलवार को चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच खेला जाएगा। यह मैच किसी एक के फाइनल में पहुंचने का रास्ता तय करेगा, जबकि हारने वाली टीम को दूसरे प्ले-ऑफ के माध्यम से फाइनल में पहुंचने के लिए दूसरा मौका मिलेगा।
क्वालीफायर मुकाबले को एक लिहाज से क्वार्टर फाइनल मुकाबला माना जा सकता है क्योंकि जीत चाहें किसी की हो, उसे हर हाल में दूसरे प्ले-ऑफ में पहले प्ले-ऑफ में हारने वाली टीम से भिड़ना ही होगा। इसमें जीत हासिल करने वाली टीम को फाइनल में पहुंचने का मौका मिलेगा।
इस लिहाज से नाइट राइडर्स और मुम्बई इंडियंस में से किसी एक टीम को फाइनल में पहुंचने के लिए दो मैच खेलने होंगे जबकि क्वालीफायर में हारने वाली टीम आईपीएल-4 की खिताबी दौड़ के साथ-साथ चैम्पियंस लीग में खेलने की होड़ से भी बाहर हो जाएगी।
बहरहाल, अंतिम लीग मुकाबले में मुम्बई इंडियंस ने नाइट राइडर्स को हराया था और इस लिहाज से उसका पलड़ा थोड़ा भारी है। इसके बावजूद यह कहना उचित नहीं होगा कि जीत किसकी होगी क्योंकि दोनों टीमों में एक दूसरे को पीटने की क्षमता है।
लीग स्तर पर मुम्बई इंडियंस का प्रदर्शन नाइट राइडर्स से बेहतर रहा है। उसने 14 में से नौ मैच जीते जबकि पांच में उसकी हार हुई। प्रदर्शन के लिहाज से वह सुपर किंग्स के बराबर है लेकिन नेट रन रेट के मामले में वह पिछड़ रही है। इसी कारण उसे प्ले-ऑफ की जगह क्वालीफायर में खेलना पड़ रहा है।
दूसरी ओर, नाइट राइडर्स ने 14 में से आठ मैच जीते जबकि छह में उसकी हार हुई। उसके हिस्से 16 अंक आए और तालिका में चौथे स्थान पर रही। नेट रन रेट के मामले में नाइट राइडर्स हालांकि मुम्बई इंडियंस से बेहतर स्थिति में है लेकिन क्वालीफायर मुकाबले में इन बातों का कोई मतलब नहीं रह जाता।
इसमें तो जीत हासिल करने वाली टीम ही सिकंदर कहलाएगी क्योंकि उसे ही फाइनल में स्थान बनाने के लिए दूसरे प्ले-ऑफ मैच में खेलने का अधिकार मिलेगा। यह मैच मुम्बई इंडियंस के घरेलू मैदान पर हो रहा है, इस कारण दर्शकों का समर्थन और माहौल का फायदा उसे निश्चित तौर पर मिलेगा।
इन सबके बावजूद जीत उसी की होगी, जो मैच के दिन बेहतर खेल दिखाएगा। मुम्बई इंडियंस और नाइट राइडर्स पर आईपीएल-4 के फाइनल में पहुंचने के साथ-साथ चैम्पियंस लीग के लिए भी क्वालीफाई करने का दबाव है।
इसका कारण यह है कि चैम्पियंस लीग के लिए आईपीएल की शीर्ष-3 टीमों को योग्यता मिलेगा और इस लिहाज से क्वालीफायर में हारने वाली टीम स्वत: ही चैम्पियंस लीग की दौड़ से बाहर हो जाएगी।
मुम्बई इंडियंस के कप्तान सचिन तेंदुलकर और नाइट राइडर्स के कप्तान गौतम गम्भीर इस मैच की अहमियत को समझते हैं और यही कारण है कि दोनों ने अपने-अपने तरीके से टीम को सम्भालने का प्रयास किया है।
सचिन ने जहां इस मुकाबले से पहले अपने साथियो को अच्छा खेलने की हिदायत दी है वहीं गम्भीर ने मुम्बई इंडियंस के खिलाफ अंतिम लीग मैच के अंतिम ओवर में 23 रन लुटाने वाले अपने तेज गेंदबाज लक्ष्मीपति बालाजी का बचाव किया है।