27 मई 2011
नई दिल्ली। मृत्युदंड की सजा सुनाए गए दो लोगों की दया याचिका राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील द्वारा खारिज किए जाने के अगले दिन शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरु की दया याचिका खारिज करने की मांग की और कहा कि 'वोट बैंक की राजनीति' के कारण अफजल को फांसी देने में विलम्ब किया जा रहा है।
पार्टी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, "यह वोट बैंक की राजनीति का ज्वलंत उदाहरण है। कुछ दिनों पहले शीला दीक्षित (दिल्ली की मुख्यमंत्री) और उनके अधिकारियों ने बयान दिया था कि तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटील ने उन्हें याचिका राष्ट्रपति के पास भेजने में विलम्ब करने को कहा था।"
प्रसाद ने कहा, "अफजल की दया याचिका को जल्द से जल्द खारिज किया जाना चाहिए और कार्रवाई की जानी चाहिए।"
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति पाटील ने गुरुवार को देविंदर सिंह भुल्लर एवं महेंद्र नाथ दास की दया याचिका खारिज कर दी थी। भुल्लर को 1993 में नई दिल्ली स्थित युवक कांग्रेस कार्यालय के सामने हुए कार बम विस्फोट मामले में दोषी करार दिया गया है, जबकि दास को एक अन्य मामले में जमानत पर छूटने के बाद असम में एक व्यक्ति की हत्या करने पर मृत्युदंड की सजा सुनाई गई थी।