28 मई 2011
चेन्नई। एम.ए. चिदम्बरम स्टेडियम में शनिवार को खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के चौथे संस्करण के खिताबी मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 58 रनों से हरकार लगातार दूसरी बार खिताब पर कब्जा जमाया।
सुपर किंग्स के 206 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की शुरुआत बेहद खराब रही और वह निर्धारित 20 ओवर में आठ विकेट खोकर 147 रन ही बना सकी।
चैलेंजर्स के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल और क्रिस गेल कुछ खास नहीं कर सके। अग्रवाल 10 रन बनाकर और गेल शून्य के निजी स्कोर पर रविचंद्रन अश्विन का शिकार बने। इसके बाद अब्राहम डिविलियर्स 18 और ल्यूक पॉमर्सबैक दो रन बनाकर चलते बने। दोनों का विकेट शादाब जकाती ने लिया।
विकेट पर टिकने की कोशिश कर रहे विराट कोहली 35 रन बनाकर सुरेश रैना की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए। कप्तान डेनियन विटोरी बिना खाता खोले पेवेलियन लौट गए। अभिमन्यु मिथुन ने 11 रन का योगदान दिया जबकि 21 रन के निजी स्कोर पर जहीर खान भी आउट हो गए।
विकेट के एक छोर पर टिके सौरभ तिवारी 42 रन बनाकर और जमालुद्दीन सईद मोहम्मद दो रन बनाकर नाबाद लौटे।
इससे पहले मुरली विजय (95) और माइकल हसी (63) के बीच पहले विकेट के लिए 14.5 ओवरों में हुई 159 रनों की रिकार्ड साझेदारी की मदद से चेन्नई सुपर किंग्स ने 206 रनों की कठिन चुनौती रखी।
इन दोनों की आतिशी पारियों की बदौलत सुपर किंग्स निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 205 रन बनाने में सफल रही। विजय ने 52 गेंदों पर चार चौके और छह छक्के लगाए जबकि हसी 63 रन बनाकर आउट हुए। हसी ने 45 गेंदों पर तीन चौके और तीन छक्के जड़े।
विजय और हसी ने पहले विकेट के लिए 107 रन जोड़ने के साथ आईपीएल के सभी संस्करणों में सुपर किंग्स के लिए अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी को अंजाम दिया।
कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने 13 गेंदों पर दो गगनचुम्मी छक्कों की मदद से 22 रन बनाए। रॉयल चैलेंजर्स की ओर से श्रीनाथ अरविंद और क्रिस गेल ने दो-दो विकेट लिए जबकि सैयद मोहम्मद को एक सफलता मिली।
पिछले वर्ष खिताब जीतने वाली सुपर किंग्स टीम पहले क्वालीफायर में रॉयल चैलेंजर्स को हराकर फाइनल में पहुंची थी जबकि रॉयल चैलेंजर्स ने शुक्रवार को खेले गए दूसरे क्वालीफायर मुकाबले में मुम्बई इंडियंस को हराया था।