31 मई 2011
नई दिल्ली। लोकपाल विधेयक का प्रारूप तय करने के लिए हुई बैठक में सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच उभरे मतभेद और योग गुरु स्वामी रामदेव के अनशन की योजना के बीच सोमवार को राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीपीए) की बैठक हुई जिसमें स्थिति पर नजर रखने पर जोर दिया गया।
कैबिनेट समिति की लगभग दो घंटे चली बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने की।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बैठक स्वामी रामदेव द्वारा चार जून से सत्याग्रह शुरू करने की योजना के मद्देनजर बुलाई गई। बाबा रामदेव विदेश में छिपाए गए कालेधन को वापस लाने की मांग कर रहे हैं और सशक्त लोकपाल विधेयक का समर्थन कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में इस संभावना पर चर्चा हुई कि स्वामी रामदेव से वार्ता की जिम्मेदारी एक मंत्री को दी जाए जो अनशन न करने के लिए उन्हें मना लें।
गौरतलब है कि स्वामी रामदेव के अनुयायियों ने भ्रष्टाचार विरोधी अपने आंदोलन के लिए लोगों को गोलबंद करना शुरू कर दिया है। रामदेव का अनशन यहां के रामलीला मैदान में होने वाला है।
समझा जाता है कि कैबिनेट समिति की बैठक में सोमवार को हुई लोकपाल विधेयक प्रारूप समिति की बैठक में हुए विचार-विमर्श पर भी चर्चा हुई।