4 जून 2011
पोर्ट ऑफ स्पेन (त्रिनिदाद)। भारत और वेस्टइंडीज की ट्वेंटी-20 टीमें कैरेबियाई देशों में क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले पोर्ट ऑफ स्पेन के क्वींस पार्क ओवल क्रिकेट मैदान में आज एकमात्र ट्वेंटी-20 मुकाबला खेलेंगी।
भारत को इस मैच को जीतने में दिक्कत नहीं होनी चाहिए, क्योंकि उसके अधिकांश खिलाड़ी जहां अभी-अभी इंडियन प्रीयिमर लीग (आईपीएल) में खेलकर मुक्त हुए हैं, वहीं कैरेबियाई ट्वेंटी-20 टीम में शामिल एक भी खिलाड़ी ने आईपीएल में हिस्सा नहीं लिया है।
वेस्टइंडीज टीम ने हाल ही में पाकिस्तान के साथ टेस्ट मैच खेला है। उससे पहले उसने पाकिस्तान के साथ एकदिवसीय श्रृंखला खेली थी। इस कारण उसे ट्वेंटी-20 की शैली में खुद को ढालने में थोड़ा वक्त लग सकता है। लेकिन इस लिहाज से भारतीय खिलाड़ियों को कुछ खास मशक्कत नहीं करनी होगी।
भारतीय खिलाड़ी एक जून को वेस्टइंडीज पहुंच चुके हैं। दो जून को उन्होंने क्वींस पार्क में अपने नए कोच डंकन फ्लेचर के साथ जमकर पसीना बहाया। इस काम में टीम के नए क्षेत्ररक्षण कोच ट्रेवर पैनी ने भी उनका साथ दिया। भारतीय टीम की कमान सुरेश रैना के हाथों में है, जो आईपीएल-4 का खिताब जीतने वाली चेन्नई सुपर किंग्स के प्रमुख सदस्य रहे हैं।
इसके अलावा हरभजन सिंह, रविचंद्रन अश्विन, एस. बद्रीनाथ, शिखर धवन, विराट कोहली, प्रवीन कुमार, अमित मिश्रा, मुनाफ पटेल, पार्थिव पटेल, यूसुफ पठान, वृद्धिमान साहा, ईशांत शर्मा, रोहित शर्मा, मनोज तिवारी और विनय कुमार इस टीम के सदस्य हैं, जिन्होंने किसी ना किसी रूप में आईपीएल में अपनी-अपनी टीमों को फायदा पहुंचाया है।
इस टीम में शामिल मनोज तिवारी के लिए यह पहला अंतर्राष्ट्रीय दौरा है। तिवारी को चोटिल गौतम गम्भीर के स्थान पर टीम में शामिल किया गया है। गम्भीर को इस श्रृंखला के लिए मूल रूप से कप्तान बनाया गया था, लेकिन उनकी अनुपस्थिति में रैना को यह जिम्मेदारी मिली है।
कैरेबियाई टीम की कमान डेरेन सैमी के हाथों में है। भारतीय गेंदबाजों को डेरेन ब्रावा और लेंडल सिमंस से सबसे अधिक सावधान रहने की जरूरत है। ब्रावो कैरेबियाई क्रिकेट में ब्रायन लारा का स्थान लेते दिख रहे हैं। शैली में वह बिल्कुल लारा सरीखे दिखते हैं लेकिन मौजूदा समय में वह सर्वश्रेष्ठ फार्म में नही हैं।
जहां तक गेंदबाजी की बात है तो वेस्टइंडीज टीम सैमी, रवि रामपाल के अलावा भारत को सबसे अधिक स्पिन गेंदबाज देवेंद्र बीशू से सावधान रहना होगा। बीशू हाल के दिनों में कैरेबियाई क्रिकेट के सबसे भरोसेमंड खिलाड़ियों में एक बनकर उभरे हैं। विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट और एकदिवसीय श्रृंखला में सराहनीय प्रदर्शन किया है।
कुल मिलाकर यह ट्वेंटी-20 मैच भारतीय टीम की इस बात की परीक्षा लेगा कि पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला से पहले वह किस हद तक कैरेबियाई माहौल में खुद को ढाल चुकी है। यह जानना बेहद जरूरी है, क्योंकि इस श्रृंखला में सीनियरों की अनुपस्थिति में युवा भारतीय टीम की जोरदार परीक्षा होने वाली है।