4 जून 2011
पेशावर। अलकायदा के सहायक संगठन हरकत-उल-जिहाद-अल-इस्लामी (हूजी) ने इलियास कश्मीरी के मारे जाने की पुष्टि कर दी। कश्मीरी अमेरिका के पांच सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल था।
समाचार माध्यमों में शनिवार को आई खबरों के मुताबिक कश्मीरी पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी कबायली क्षेत्र दक्षिणी वजीरिस्तान में एक ड्रोन हमले में मारा गया। कश्मीरी हूजी का प्रमुख था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक खुद को हूजी का प्रवक्ता बताने वाले अबू हांजला ने शनिवार को कश्मीरी के मारे जाने की पुष्टि की।
पाकिस्तान के सरकारी चैनल पीटीवी ने भी कश्मीरी सहित नौ आतंकवादियों के मारे जाने और 22 अन्य के घायल होने की पुष्टि की।
कश्मीरी उस 'ब्रिगेड 313' का सरगना था और माना जा रहा है कि इसी समूह ने 22 मई को पाकिस्तान के नौसैनिक ठिकाने पर हुए हमले की योजना बनाई थी।
कश्मीरी को विश्व के खतरनाक आतंकवादियों में गिना जाता था। ऐसा माना जाता है कि वह कराची में नौसैनिक अड्डे पर 22 मई को हुए आतंकवादी हमले का मुख्य साजिशकर्ता था।
अत्याधुनिक हथियारों से लैस आतंकवादियों ने नौसेना के मेहरान ठिकाने पर धावा बोलकर दो टोही विमानों को नष्ट कर दिया था। इस हमले में 10 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी और चार आतंकवादी भी मारे गए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कश्मीरी दक्षिणी वजीरिस्तान में खबर कबायली इलाके से आया था।
कश्मीरी की मौत की खबर अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के महज एक महीने बाद आई है। लादेन पाकिस्तान के एबटाबाद स्थित ठिकाने पर दो मई को अमेरिकी कमांडो की कार्रवाई में मारा गया था।
लादेन की मौत के बाद पाकिस्तानी तालिबान और अलकायदा ने बदला लेने की चेतावनी दी थी और इसके बाद से ही पूरे पाकिस्तान में कई आतंकवादी हमले हो चुके हैं। मुम्बई हमलों के आरोपी पाकिस्तानी मूल के आतंकवादी तहव्वुर राणा के मुकदमे की अमेरिका में जारी सुनवाई के दौरान एक अमेरिकी अधिकारी ने कश्मीरी का जिक्र अलकायदा के एक प्रमुख आतंकवादी के रूप में किया था।
एक समय कश्मीरी पाकिस्तानी सेना में विशेष सेवा समूह का कमांडो था। उसे अफगानिस्तान में रूसी फौज के खिलाफ मुजाहिदीनों को प्रशिक्षण देने का दायित्व सौंपा गया था।
बाद में उसे भारत के खिलाफ कश्मीरी लड़ाकों को प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई लेकिन सेना से सम्बंध तोड़कर वह आतंकवादी संगठन हरकत-उल-जिहादी-इस्लामी (हूजी) में शामिल हो गया।
शिकागों में चल रहे मुकदमे के मुताबिक कश्मीरी पश्चिमी पाकिस्तान से अपने आतंकवादी संगठन का संचालन करता था और वर्ष 2007 से ही वह लगातार अलकायदा के सम्पर्क में था।