द्विवेदी कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए योग गुरु बाबा रामदेव और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना कर रहे थे तभी यह घटना हुई। टीवी चैनलों के कैमरों ने इस घटना को रिकार्ड किया। भारत में सार्वजनिक हस्तियों को जूता दिखाने की यह ताजा घटना है।
सुनील कुमार (30 वर्ष से अधिक) मंच पर द्विवेदी के काफी करीब आ गया और उन्हें धमकाते हुए जूता दिखाने लगा। द्विवेदी ने उन्हें धक्का देकर दूर किया। तभी युवक को सुरक्षा गार्डो ने पकड़ लिया। मौके पर कुछ पत्रकारों ने उसकी पिटाई भी कर दी। बाद में उसे तुगलक रोड थाने ले जाया गया।
सुनील कुमार ने कहा कि वह राजस्थान के झुनझुनू में नवसंचार पत्रिका में काम करता है। पत्रिका ने हालांकि इसे गलत बताते हुए कहा कि वह एक शिक्षक है और इसी शहर में पढ़ाता है।
पुलिस युवक को वाहन में डालकर तुगलकाबाद रोड थाने ले गई। इसके बाद द्विवेदी ने संवाददाताओं को सम्बोधित करना जारी रखा। उन्होंने इस घटना को पूर्व नियोजित करार दिया।
घटना की निंदा करते हुए कांग्रेस पार्टी ने कहा कि पार्टी महासचिव को जूता दिखाने की घटना से आरएसएस और भाजपा की हताशा झलकती है।
पार्टी के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, "जांच करने से पता चलेगा कि युवक भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ता है, क्योंकि उन्हें इस तरह की राजनीति करने के लिए जाना जाता है।"