12 जून 2011
जब से टाईटेनिक समुद्र में विलीन हुआ था तब से लेकर आज तक कई लोगों का मानना था कि वह कभी भी टाईटेनिक को नहीं खोज पाएंगे। लेकिन अब समुद्री खोज टाईटेनिक से आगे आकर ओसामा के मृत शरीर की खोज पर आ टिकी हैं।
खबरों के अनुसार इस महत्वाकांक्षी खोज की शुरूआत केलिफोर्निया के मशहूर ट्रेज़र हंटर बिल वारेन ने की हैं। वारेन समुद्र के अंदर पूर्व अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के मृत शरीर को खोजने के अभियान में जुट गए हैं।
बिल वारेन ने का मानना हैं कि राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ओसामा की मौत के पुख्ता सबूत पेश नहीं किए हैं।
दहीं ओसामा के अंतिम संस्कार के बारे में यू एस सेना का कहना हैं कि पिछले महिने उत्तरी अरब सागर में ओसामा को दफनाने के लिए अमेरिकी युद्धपोत यूएसएस कार्ल विन्सन पर ले जाया गया था. कार्ल विन्सन पर ही ओसामा की आखिरी क्रियाएं की गई और फिर वजनदार सूट में रखकर ओसामा को समुद्र में दफना दिया गया। लेकिन ओसामा को दफनाए जाने के बारे में केवल इतनी ही जानकारी उपलब्ध कराई गई थी।
वारेन ने जानकारी दी कि इस खोज में वह उच्च तकनीक वाले उपकरणों का उपयोग कर रहा हैं, जिनकी कीमत हजारों डॉलर्स में हैं। इस खोज का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि वे एक देशभक्त हैं और उन्हें इस बारे में जानकारी प्राप्त करने का पूरा हक हैं।
गौरतलब हैं कि कार्ल विन्सन पर ही ओसामा की आखिरी क्रियाएं की गई और फिर वजनदार सूट में रखकर ओसामा को समुद्र में दफना दिया गया, जिससे ओसामा की लाश पानी में ऊपर ना आ सके।
समुद्र में दफनाने के पीछे अमेरिका की ये आशंका काम कर रही थी कि अगर ओसामा को कहीं जामीन पर दफनाया जाता तो आतंकवादी और अल कायदा के लड़ाके उस जगह को बलिदान की जगह बना लेते। इससे ओसामा आतंकियों की प्रेरणा का स्त्रोत बना रहता।
समुद्र में दफनाकर अमेरिका ने इस आशंका को खत्म कर दिया। लेकिन ओसामा के शरीर की खोज के पीछे जहां खुद को मशहूर करने की वजह काम कर रही हैं वहीं ओसामा की लाश के खरीददार भी कई लोग हो सकते हैं। अगर लादेन की लाश मिल जाए तो उसे बेचकर करोड़ों रुपए कमाए जा सकते हैं।