15 जून 2011
भुवनेश्वर। ओडिसा के पुरी शहर में बुधवार को देश के विभिन्न हिस्सों से आए 200,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने तीन देवताओं के स्नान संस्कार के दर्शन किए। देवस्नान का यह अनुष्ठान प्रसिद्ध रथयात्रा के पहले सम्पन्न होता है। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।
12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर के गर्भगृह से भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलराम और बहन सुभद्रा की मूर्तियों को एक समारोह के तहत स्नान मंडप ले जाया गया।
अनुष्ठान के हिस्से के रूप में मूर्तियों को 108 घड़ों के सुगंधित जल से स्नान कराया जाता है। यह जल एक मंदिर में स्थित कुंए से लाया जाता है। यह कुंआ स्वर्ण कूप के नाम से लोकप्रिय है।
मंदिर के जनसम्पर्क अधिकारी लक्ष्मीधर पूजापंडा ने बताया, "स्नान का अनुष्ठान सुबह 8.05 बजे शुरू हुआ और 20 मिनट में समाप्त हो गया। शहर में बारिश के बावजूद दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने इस अनुष्ठान का दर्शन किया।"
इस वर्ष भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा तीन से 11 जुलाई तक आयोजित होगी।