नार्थ कैरोलिना के ड्यूक कैंसर इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए इस अध्ययन में कहा गया है कि व्यायाम कैंसर से पीड़ित मरीज पर इलाज और इलाज के बाद की स्थिति में सकारात्मक असर डालता है और इससे उनकी जिंदगी बढ़ सकती है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक इस शोध के लिए 243 ऐसे मरीजों का चुनाव किया गया, जो गम्भीर रूप ले चुके कैंसर से पीड़ित थे। आम तौर पर इस स्थिति में मरीज के छह माह से अधिक दिनों तक जीवित रहने की सम्भावना न के बराबर होती है।
शोध से पता चला कि ऐसे मरीज जो सप्ताह में पांच दिन नियमित व्यायाम करते थे उनका जीवन काल महत्वपूर्ण रूप से बढ़ गया। वे औसत 21.84 माह तक जीवित रहे जबकि व्यायाम नहीं करने वाले मरीज केवल 13.03 माह ही जीवित रह सके।
एसोसिएट्स प्रोफेसर और शोध के वरिष्ठ लेखक ली जोंस ने कहा, "इस शोध से जो शुरुआती तथ्य सामने आए हैं उसे और गहनता से परखने की जरूरत है। व्यायाम का लक्षणों पर असर जानने के अलावा बीमारी के विकास और अस्तित्व पर भी इसके प्रभाव को समझना होगा।"
यह शोध जॉर्नल ऑफ क्लिनिकल ऑकोलॉजी के ऑनलाइन संस्करण में प्रकाशित हुआ है।