23 जून 2011
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में दो मुख्य चिकित्साधिकारी (परिवार कल्याण) बी.पी.सिंह की हत्या के साजिशकर्ता उप मुख्य चिकित्साधिकारी (डिप्टी सीएमओ) वाई.एस.सचान की बुधवार देर शाम को लखनऊ जेल में संदिग्ध हालत में मौत हो गई।
सचान की मौत पर पुलिस प्रशासन और सरकार के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। सचान की मौत कैसे और किन परिस्थितियों में हुई यह सवाल बना हुआ है। जेल सूत्रों के मुताबिक सचान ने जेल के अंदर पंखे से लटककर फांसी लगा ली।
सचान परिवार कल्याण विभाग में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन योजना(एनआरएचएम) के तहत वित्तीय धांधली के आरोप में पिछले कुछ महीनों से लखनऊ जेल में बंद थे।
इससे पहले बीते 17 जून को राज्य के कैबिनेट सचिव शशांक शेखर सिंह ने सीएमओ बी.पी.सिंह की हत्या का खुलासा करते हुए कहा था कि डिप्टी सीएमओ वाई.के.सचान के इशारे पर तीन शूटरों ने हत्या को अंजाम दिया था। सचान ने बी.पी.सिंह के साथ-साथ उनके पहले के इस पर तैनात रहे विनोद आर्या को भी सुपारी देकर मरवाया था क्योंकि दोनों विभाग (परिवार कल्याण) में खासकर एनआरएचएम योजना के तहत होने वाली वित्तीय अनियिमतताओं को उजागर करने की कोशिश कर रहे थे।
सीएमओ बी.पी.सिंह की गत दो अप्रैल को हुई हत्या के बाद पुलिस की जांच में परिवार कल्याण विभाग में सामने आई विभागीय अनियिमतताओं के सम्बंध में डिप्टी सीएमओ वाई.के.सचान को गिरफ्तार किया गया था। तब से वह जेल में थे।
गौरतलब है कि परिवार कल्याण विभाग में तैनात सीएमओ बी.पी. सिंह की गत दो अप्रैल लखनऊ को गोमती नगर इलाके में गोली मारकर उस समय हत्या कर दी गई थी जब वह सुबह सैर पर निकले थे। ठीक इसी तरह सीएमओ विनोद कुमार आर्या की विकास नगर इलाके में गत वर्ष अक्टूबर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
उल्लेखनीय है कि सीएमओ की हत्याओं के मामलों के तूल पकड़ने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार के दो मंत्रियों- परिवार कल्याण मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा और स्वास्थ्य मंत्री अनंत मिश्र को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
विपक्षी दलों ने इस घटना की केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) से जांच की मांग की है। समाजवादी पार्टी(सपा) के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि, करोड़ों रुपये के घोटाले में राज्य सरकार के मंत्री शामिल थे। उनका नाम सामने न आने पाये इसलिए सचान को जेल में मरवा दिया गया। यादव ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की है।
उधर कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि राज्य सरकार के कुछ मंत्रियों को बचाने के लिए सचान की जेल में हत्या करवाई गई। सचान की मौत की सीबीआई जांच होनी चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) नेता कलराज मिश्रा ने सचान की मौत की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग की है।