23 जून 2011
मुंबई। क्या सचिन के दिन इतने खराब आ गए हैं कि उन्हें अपनी चीजें बेचनी पड़ रही हैं? क्या सचिन वास्तव में आर्थिक खस्ताहाल के दौर से गुजर रहे हैं? वैसे, इन सवालों को सोचने का मतलब भी नहीं है लेकिन अचानक यह आशंकाएं सिर उठा रही हैं क्योंकि सचिन तेंदुलकर ने अपनी प्रिय कार फरारी बेच दी है। सचिन तेंदुलकर ने हाल में मुंबई में एक आलीशान बंगले का निर्माण कराया है और आशंकाओं के घोड़े इसी बंगले पर सवार होकर आए हैं। कहा जा रहा है कि बंगले के निर्माण में सचिन के करोड़ों रुपए खर्च हो गए हैं और उनकी आर्थिक हालत बिगड़ गई है।
मानने वालों को इस बात पर यकीं नहीं हो सकता। क्योंकि सचिन की आर्थिक हालत इतनी खराब नहीं कि एक बंगला बनाने में बिगड़ जाए। फिर सचिन को कभी फिजूलखर्ची के लिए नहीं जाना गया। अलबत्ता इसमें कोई शक नहीं कि सचिन ने अपनी प्रिय लाल रंग की फरारी कार को बेच दिया है।
इस बेशकीमती कार को किसी और ने नहीं बल्कि सचिन के करीबी दोस्त , सूरत के बिल्डर और राजहंस ग्रुप के चेयरमैन जयेश देसाई ने खरीदा है। जयेश ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा, सचिन से मेरी पुरानी दोस्ती है। मैंने सचिन से एक महीने पहले कार बेचने को कहा। और उसने मुझे बेच दी। ये मेरे लिए गर्व की बात है कि मेरे पास सचिन की फरारी है।
साल 2002 में ये फरारी सचिन को फॉर्मूला वन कार रेसिंग के दिग्गज माइकल शूमाकर ने विश्व क्रिकेट में डॉन ब्रैडमैन के रिकार्ड को तोड़ने पर उपहार में दी थी। कार को लंदन से भारत लाने पर कस्टम टैक्स ना चुकाने को लेकर सचिन तेंडुलकर विवाद में फंस गए थे। इस विवाद के निपटारे में पूरा एक साल लगा था।
अब फरारी को बेचने के बाद सचिन के साथ एक नए किस्म का विवाद जुड़ रहा है। दरअसल, सचिन के घर का निर्णाण अनोखे ढंग से किय गया है। बाहर से देखने में तो घर तीन मंजिला लगता है लेकिन अंदर जाने पर पता चलता है कि वो पांच मंजिला है। इस बंगले पर कीमत करोड़ो में है। हालांकि, सचिन के करीबी लोगों का मानना है कि सचिन को फरारी प्रिय बहुत थी लेकिन उन्हें दोस्त को कार देने मे कोई झिझक नहीं हुई। फिर भीड़-भाड़ वाले इलाके में रहने की वजह से सचिन इस कार को चलाने में दिक्कत महसूस करते थे।
सचिन ने यह कार कितने रुपए में बेची है, इसका खुलासा किसी ने नहीं किया है।