30 जून 2011
जमुई (बिहार)। बिहार में जमुई के अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित खैरा क्षेत्र से लापता बेंगलुरू निवासी जूही त्यागी का अब तक कोई पता नहीं चल सका है। जूही के साथ उसका एक स्थानीय साथी भी लापता है।
पुलिस के अनुसार 25 वर्षीया जूही अमेरिका के स्टोनी ब्रूक विश्वविद्यालय की समाजशास्त्र की छात्रा है, जो नक्सलियों पर शोध करने के लिए 15 जून को जमुई पहुंची थी। वह जमुई के ही महुलियाटांड गांव निवासी प्रदीप कुमार दास के यहां रहकर नक्सलियों की टोह लेने में लगी थी। इस बीच मंगलवार को प्रदीप मोटरसाईकिल पर जूही को लेकर जंगल में गए थे। इसके बाद दोनों गायब हैं।
पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार बुधवार को किसी ने प्रदीप के परिजनों को सूचना दी कि जूही और प्रदीप नक्सलियों के कब्जे में हैं, गांव के पांच व्यक्ति जंगल में आकर उनकी पहचान कर ले जाएं।
इधर जमुई के पुलिस अधीक्षक राम नारायण सिंह ने गुरुवार को बताया कि दोनों का पता अब तक नहीं लग सका है। नक्सलियों द्वारा बंधक बनाए जाने की खबर से वह पूरी तरह इंकार नहीं करते हैं। वह कहते हैं कि पुलिस दोनों का पता लगाने में जुटी हुई है।
उल्लेखनीय है कि जूही इसके पूर्व भी शोध के सिलसिले में दो बार जमुई आ चुकी हैं। इसके पूर्व वर्ष 2010 में भी जूही प्रदीप के घर में रह चुकी हैं। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।