9 जुलाई 2011
तिरुवनंतपुरम। केरल के श्रीपद्मनाभस्वामी मंदिर के खजाने के तहखानों में अनुमानित एक लाख करोड़ रुपये मूल्य की सम्पत्ति मिलने के रहस्योद्घाटन पर अपना दृष्टिकोण तय करने के लिए 90 हिंदू संगठनों के प्रतिनिधि 12 जुलाई को बैठक करेंगे। शुक्रवार को यह जानकारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता ने दी।
मंदिर परिसर में अपने समर्थकों के साथ मौजूद भाजपा पार्षद अशोक कुमार ने अंतिम प्रकोष्ठ नहीं खोलने के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का स्वागत किया।
अशोक कुमार ने कहा, "सर्वोच्च न्यायालय का यह आदेश स्वागत योग्य और राहत देने वाला है कि अगले आदेश तक प्रकोष्ठ-बी को नहीं खोला जाए। लेकिन हम 12 जुलाई को निश्चित रूप से बैठक करेंगे जिसमें इस पर चर्चा होगी कि इस मुद्दे के सम्बंध में हमारा क्या दृष्टिकोण होना चाहिए।"
शुक्रवार को जैसे ही सर्वोच्च न्यायालय का निर्देश आया, शिव सेना के समर्थकों ने मंदिर के समीप जुलूस निकाला और न्यायालय के निर्देश के पक्ष में नारे लगाए।
उल्लेखनीय है कि न्यायमूर्ति आर.वी. रवींद्रन और न्यायमूर्ति ए.के. पटनायक की खंडपीठ ने कहा है कि छठा प्रकोष्ठ (कल्लारा-बी) तब तक नहीं खोला जाएगा जब तक कि कल्लारा-ए से निकाली गई वस्तुओं की वीडियोग्राफी व तस्वीर नहीं ले ली जाती और वस्तुओं की सूची तैयार नहीं कर ली जाती।