11 जुलाई 2011
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में हुई रेल दुर्घटना में 69 लोगों की मौत होने के अगले दिन सोमवार को विपक्षी दलों ने इसके लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि रेल मंत्रालय उपेक्षा का शिकार हो गया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रेलवे की खराब स्थिति के लिए जहां गठबंधन राजनीति को दोषी ठहराया, वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री ने अभी तक किसी को रेल मंत्री क्यों नहीं नियुक्त किया है।
गौरतलब है कि केंद्र में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) में शामिल तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनने से पहले रेल मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से इस पद पर किसी को नियुक्त नहीं किया गया है।
भाजपा प्रवक्ता जगत प्रकाश नड्डा ने कहा, "रेलवे की स्थिति से हम चिंतित हैं। संप्रग-एक और दो के शासन में रेलवे सरकार की गठबंधन राजनीति का शिकार होता रहा है।"
माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि दुर्घटना के लिए सरकार जवाबदेह है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "अभी तक किसी को रेल मंत्री नहीं बनाया गया है। हादसे के लिए पूरी तरह सरकार जवाबदेह है, लेकिन रेल मंत्रालय की जवाबदेही सर्वोपरि है। यह गंभीर मुद्दा है।"
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के मलवां स्टेशन के समीप हावड़ा से आ रही कालका मेल रविवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें कम से कम 69 लोगों की मौत हो गई और 200 लोग घायल हैं। दुर्घटना के कारण का अभी पता नहीं चल सका है।