22 जुलाई 2011
नई दिल्ली। राज्य सभा के सदस्य एवं समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व नेता अमर सिंह से शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के अधिकारियों ने वर्ष 2008 के विश्वास मत परीक्षण के दौरान तीन सांसदों को कथित तौर पर रिश्वत देने के सम्बंध में पूछताछ की।
अमर सिंह सुबह नई दिल्ली के चाणक्य पुरी स्थित अपराध शाखा के अंतर-राज्य प्रकोष्ठ पहुंचे। उन्होंने बाहर इंतजार कर रहे पत्रकारों से बातचीत करने से इंकार कर दिया और सीधे भीतर चले गए।
अमर सिंह के पूर्व निजी सचिव संजीव सक्सेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के युवा मोर्चे के पूर्व सदस्य सुहैल हिंदुस्तानी इस मामले में कथित भूमिका के कारण पहले से ही पुलिस की हिरासत में हैं। अधिकारियों ने बताया कि दोनों ने ही सांसदों की कथित खरीद-फरोख्त के मामले में अमर सिंह का नाम लिया था।
सक्सेना का आरोप है कि सपा के पूर्व नेता अमर सिंह ने लोकसभा में वर्ष 2008 के विश्वास मत परीक्षण के दौरान भाजपा के तीन सांसदों का समर्थन हासिल करने के लिए एक करोड़ रुपये की रकम मुहैया कराई थी।
लोकसभा में 22 जुलाई 2008 को विश्वास मत प्रस्ताव से ऐन पहले नोटों की गड्डियां लहराई गई थी।
सपा नेता और भाजपा सांसदों के बीच सम्पर्क करने में कथित तौर पर अहम भूमिका निभाने वाले सुहैल ने भी अमर सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इस घोटाले के पीछे मुख्य तौर पर उन्हीं का हाथ है।
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिल्ली पुलिस के रवैये की आलोचना किए जाने के बाद इस मामले की जांच में तेजी आई है।