18 अगस्त 2011
लंदन । भारत और इंग्लैंड की क्रिकेट टीमों के बीच गुरुवार से केनिंग्टन ओवल मैदान पर चौथा टेस्ट मैच खेला जाना है। शीर्ष वरीयता प्राप्त टेस्ट टीम का ताज गंवाने के बाद भारतीय टीम सम्मान बचाने के इरादे से मैदान पर उतरेगी।
दूसरी ओर, इंग्लिश टीम का इरादा भारत का सफाया करने का होगा। चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में भारतीय टीम 0-3 से पीछे है। भारत को टेस्ट रैंकिंग में दूसरा स्थान बरकरार रखने के लिए यह मैच हर हाल में जीतना या ड्रा कराना होगा।
भारत यदि यह मैच हार जाता है तो वह 117 रेटिंग अंकों के साथ तीसरे स्थान पर खिसक जाएगा जबकि जीत की स्थिति में वह 120 रेटिंग अंकों के साथ दूसरे स्थान पर बरकरार रहेगा।
भारतीय टीम इस मुकाबले को ड्रॉ करा लेती है तो वह 119 रेटिंग अंकों के साथ दूसरे स्थान पर काबिज रहेगी जबकि इंग्लिश टीम इस मुकाबले को जीत लेती है तो वह 125 रेटिंग अंकों के साथ शीर्ष पर अपनी स्थिति और मजबूत कर लेगी।
शुरुआती तीन मैचों में भारतीय टीम को हार का मुंह देखना पड़ा है। भारत को लॉर्ड्स टेस्ट मैच में इंग्लिश टीम के हाथों 196 रनों से शिकस्त झेलनी पड़ी थी जबकि ट्रेंट ब्रिज मैदान पर खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में मेहमान टीम को 319 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।
एजबेस्टन टेस्ट में भारत को पारी और 242 रनों से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। एजबेस्टन टेस्ट जीतने के बाद इंग्लिश टीम टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच गई है। ओवल में भारतीय टीम का रिकॉर्ड ठीक-ठाक रहा है।
इसने इस मैदान पर अब तक 10 टेस्ट मैच खेले हैं जिनमें एक में उसे जीत मिली है वहीं दो मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा। सात मुकाबले ड्रा रहे हैं। भारत ने वर्ष 1936 में इस मैदान पर पहली बार टेस्ट मैच खेला था जिसमें उसे मेजबान टीम के हाथों नौ विकेट से पराजित होना पड़ा था।
वर्ष 1946 और 1952 में खेले गए मुकाबले ड्रॉ रहे थे। जबकि 1959 में खेले गए टेस्ट मैच में भारत को पारी और 27 रनों से हार मिली थी वहीं वर्ष 1971 में खेले गए मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को चार विकेट से हराया था। इसके बाद भारतीय टीम वर्ष 1979, 1982, 1990, 2002, और 2007 में खेले गए टेस्ट मैच को ड्रॉ कराने में सफल रही है।