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गुलज़ार साहब की चंद बेहतरीन शायरी और गीत

18 अगस्त 2011


गुलज़ार साहब की चंद बेहतरीन शायरी और गीत -

1.
शाम से आँख में नमी सी है
आज फिर आप की कमी सी है

दफ़्न कर दो हमें कि साँस मिले
नब्ज़ कुछ देर से थमी सी है

वक़्त रहता नहीं कहीं छुपकर
इस की आदत भी आदमी सी है

कोई रिश्ता नहीं रहा फिर भी
एक तस्लीम लाज़मी सी है
 
2.
हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते
वक़्त की शाख़ से लम्हें नहीं तोड़ा करते

जिसकी आवाज़ में सिल्वट हो निगाहों में शिकन
ऐसी तस्वीर के टुकड़े नहीं जोड़ा करते

शहद जीने का मिला करता है थोड़ा थोड़ा
जाने वालों के लिये दिल नहीं थोड़ा करते

लगके साहिल से जो बहता है उसे बहने दो
ऐसी दरिया का कभी रुख़ नहीं मोड़ा करते

3.
दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोई
जैसे एहसान उतारता है कोई

आईना देख के तसल्ली हुई
हम को इस घर में जानता है कोई

पक गया है शज़र पे फल शायद
फिर से पत्थर उछालता है कोई


4.
दो नैनों में आसू भरे हैं
निंदिया कैसे समाए…
झूठे तेरे वादों पे बरस बिताए
जिन्दगी तो काटी, यह रात कट जाए
(फ़िल्म: खुशबू)

5.
छोड़ आए हम वो गलियां ,छोड़ आए हम वो गलियाँ…
जहाँ तेरे पैरो के कवँल गिरा करते थे
हसँ तो दो गालों में भवँर पड़ा करते थे
तेरी कमर के बल पे नदी मुड़ा करती थी
हसँ तेरी सुन-सुनके फसल पका करती थी…
छोड़ आए हम वो गलियाँ… 
( फिल्म - माचिस)

6.
एक अकेला इस शहर में…..
जीने की वजह तो कोई नहीं
मरने का बहाना ढूँढ़ता है
(फ़िल्म : घरौंदा)

7. 
नाम गुम जाएगा,चेहरा ये बदल जाएगा
मेरी आवाज़ ही पहचान है गर याद रहे...
( फिल्म - किनारा)

8. 
मौत तू एक कविता है,
मुझसे एक कविता का वादा है मिलेगी मुझको
डूबती नब्ज़ों में जब दर्द को नींद आने लगे
ज़र्द सा चेहरा लिये जब चांद उफक तक पहुचे
दिन अभी पानी में हो, रात किनारे के करीब
ना अंधेरा ना उजाला हो, ना अभी रात ना दिन
जिस्म जब ख़त्म हो और रूह को जब साँस आऐ
मुझसे एक कविता का वादा है मिलेगी मुझको
( फिल्म - आनंद)

9.
मोरा गोरा अंग लेइ ले
मोहे श्याम रंग देई दे
छिप जाउंगी रात ही में
मोहे पी का संग देई दे
(फिल्म - बंदिनी)

10.
दिल हूम हूम करे घबराए
घन धम धम करे डर जाए
इक बूंद कहीं पानी की
मेरी अंखियो से बरसाये
(फिल्म -रूदाली)

11 .
सिली हवा सो गई
सिला बदन सिल गया
( फिल्म - लिबास)
 
12.
मेरा कुछ सामान
तुम्हारे पास पड़ा है
वो सावन के कुछ भींगे भींगे पल रखे हैं
और मेरे इक खत में लिपटी रात पड़ी है
( फिल्म - इजाज़त )

13. 
अ-आ, इ-ई, अ-आ, इ-ई
मास्टर जी की आ गई चिट्ठी
चिट्ठी में से निकली बिल्ली
बिल्ली खाए जर्दा-पान
काला चश्मा पीले कान
कान में झुमका, नाक में बत्ती
हाथ में जलती अगरबत्ती
अगर हो बत्ती कछुआ छाप
आग में बैठा पानी ताप
ताप चढ़े तो कम्बल तान
वी.आई.पी. अंडरवियर-बनियान 

14.
चल छइंया छइंया छइंया छइंया
चल छइंया छइंया छइंया छइंया
( फिल्म - दिल से)

15.
तुझसे नाराज़ नहीं जिंदगी हैरान हूं मैं
तेरे मासूम सवालों से परेशान हूं मैं )
( फिल्म - मासूम)

16.
 आने वाला पल  जाने वाला है
 हो सके तो इसमें जिंदगी बिता दो
 पल जो ये जाने वाला है
( फिल्म - गोलमाल)

17.
 कजरारे कजरारे तेरे काले काले नैना
मेरे नैना मेरे नैना जुड़वा नैना
( फिल्म - बंटी और बबली)

18.
डार्लिंग आंखों से आंखें चार कर लो
रोको न रोको न मुझको प्यार करने दो
( फिल्म - सात खून माफ)

19.
 ऐसी उलझी नज़र उनसे हटती नहीं
दांत से रेशमी डोर कटती नहीं
उम्र कब की बरस के सफेद हो गई
कारी बदरी जवानी की छटती नहीं
( फिल्म - इशकिया)

20.
 बिड़ी जलैइले जिगर से पिया
जिगर मा बड़ी आग है
( फिल्म - ओंकारा )


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