HindiLok Mobile edition
मुख्य पृष्ठ | राशिफल | खेल | बॉलीवुड

IIT खड़कपुर के छात्रों को PM से सम्मान लेना मंजूर नहीं

23 अगस्त 2011

दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आज के युवाओं के लिए आदर्श नहीं रह गये हैं। कम से कम आईआईटी खड़कपुर के छात्र उन्हें अपना आदर्श मानने से इंकार कर रहे हैं। आईआईटी खड़कपुर के छात्रों ने देश के प्रधानमंत्री से किसी भी तरह का सम्मान ग्रहण करने से मना कर दिया है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आईआईटी खड़गपुर के छात्रों को डिग्री देने वाले थे। लेकिन यहां के छात्रों ने उनके हाथ से डिग्री लेने से इंकार कर दिया है।

आईआईटी खड़कपुर के छात्रों का ये तल्ख मिज़ाज अपने सीनियर से मिला है। गौरतलब है अन्ना हजारे के सहयोगी अरविंद केजरीवाल आईआईटी खड़कपुर के ही छात्र रह चुके हैं। अरविंद इन दिनों अन्ना के भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में अग्रिम पांत के सैनिक हैं। अरविंद केजरीवाल अन्ना के साथ लगातर एक भ्रष्टाचार मुक्त तंत्र के निर्माण के लिए संघर्ष कर रहें हैं। आईआईटी खड़कपुर के छात्रों को इस बात का गर्व है कि अरविंद ने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई इसी संस्थान से की है और वे इन छात्रों के सिनियर हैं।

अपने सिनियर की मुहीम का साथ देने के लिए पूरे संस्थान के छात्र आगे आ रहे हैं। इनके मुताबिक इनके आर्दश भ्रष्ट तंत्र के मुखिया नहीं एक ईमानदार छवि वाले संघर्षशील व्यक्ति हो सकते हैं।

अब यहां के छात्र डिग्री देने के लिए होने वाले दीक्षांत समारोह में अन्‍ना हजारे का समर्थन करने के लिए गांधी टोपी पहनकर आने की मांग कर रहे हैं। आईआईटी खड़गपुर के छात्रों के इस फैसले ने अन्‍ना टीम के हौसले बढ़ा दिए हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे खुशी है कि जहां से मैंने पढ़ाई की है वहां के छात्र अन्‍ना के समर्थन और भ्रष्‍टाचार की खिलाफत में सामने आए हैं।

हालांकि संस्थान की ओर से छात्रों को अपने निर्णय को वापस लेने के लिए कहा गया है। संस्थान छात्रों को समझाने की कोशिश कर रहा है।

अन्ना हज़ारे के आंदोलन में छात्रों ने भी जम कर अपना समर्थन दिया है। प्रधानमंत्री के तौर पर मनमोहन सिंह की छवि हमेशा से बेदाग रही है। लेकिन अन्ना के आंदोलन के प्रति सुस्त सरकार ने युवाओं के बीच प्रधानमंत्री की साख को भी कमज़ोर कर दिया है।  


Home | About Us | Feedback | Privacy Policy | Terms