24 अगस्त 2011
नई दिल्ली। जनलोकपाल बिल की मांग को लेकर अन्ना हजारे के अनशन में सरकार के कड़े रुख के बाद नया मोड़ आ गया है। सरकार और टीम अन्ना के बीच बातचीत विफल हो गई है। टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने बातचीत के नतीजे को दुर्भाग्यजनक बताया। उन्होंने कहा, बातचीत को लेकर सरकार ने फिर यूटर्न ले लिया है। सरकार ने हमारी बात नहीं मानी है। केजरीवाल ने कहा, हमनें सरकार से पूछा कि हम अन्ना से क्या कहें तो सरकार ने साफ कहा कि यह अब अन्ना को तय करना है।
इधर, प्रणव मुखर्जी ने कहा कि लोकपाल विधेयक पर संसदीय प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।
गौरतलब है कि अन्ना हजारे के अनशन को समाप्त कराने के प्रयासों के तहत बुधवार रात केंद्र की ओर से नियुक्त वार्ताकारों केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद की अन्ना हजारे के प्रतिनिधियों से हुई बातचीत गुरुवार को भी जारी रहेगी।
लगभग डेढ़ घंटे तक चली बैठक के बाद खुर्शीद ने कहा, "अच्छी बातचीत हो रही और अच्छे माहौल में हो रही है। कल भी यह बातचीत जारी रहेगी। उम्मीद है कि बातचीत आगे बढ़ेगी तो हम अच्छे नतीजे पर पहुंचेंगे।" उधर, वार्ताकारों ने माना कि सर्वदलीय बैठक के बाद सरकार का रुख बदल गया है और वह बहुत निराश हैं।