30 अगस्त 2011
मुम्बई। मुम्बई को दक्षिणी राज्यों से जोड़ने वाले कोंकण रेलमार्ग पर मंगलवार को भारी भूस्खलन होने से सेवाएं प्रभावित हो गईं जिससे हजारों यात्री विभिन्न स्टेशनों पर फंसे हुए हैं। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
कोंकण रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि मुम्बई से लगभग 225 किलोमीटर दक्षिण में रत्नागिरी जिले के पोमेंदी के निकट रेल पटरी पर सुबह 8.15 बजे 20 मीटर लम्बी दीवार गिर गई है।
भूस्खलन होने की वजह से केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात तथा नई दिल्ली से आने वाली सभी रेलगाड़ियों को पोमेंदी के पास रेल पटरियों की सफाई होने तक विभिन्न स्टेशनों पर रोका गया है।
प्रवक्ता ने आईएएनएस को बताया, "घटनास्थल के लिए इंजीनियरों की एक टीम रवाना कर दी गई है और रेल सेवा बहाल करने के लिए पटरियों को साफ करने का काम शुरू हो गया है।"
कोंकण इलाके के कई जिलों और गावों के हजारों लोग रेल सेवा बाधित होने की वजह से जहां के तहां फंसे हुए हैं। कई लोग तो सड़क मार्ग से अपने गंतव्य तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि गणेशोत्सव त्योहार भी गुरुवार से शुरू हो रहा है।
इस सत्र में ऐसा तीसरी बार हुआ है जब पोमेंदी घाट सेक्शन पर भूस्खलन की वजह से रेल सेवाएं बाधित हुई हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि मूसलाधार बारिश होने की वजह से भूस्खलन होने, चट्टानों के खिसकने से रेल पटरियां क्षतिग्रस्त हो जाती हैं।
उन्होंने कहा कि अगले मानसून सत्र में इस तरह की परेशानियों से बचने के लिए पर्याप्त कदम उठाए जाएंगे।