जयाप्रदा का आरोप है कि जिस समय अमिताभ बच्चन का कोई साथ नहीं दे रहा था तब अमर सिंह ने उनका साथ दिया था। लेकिन आज जब अमर सिंह मुश्किल में हैं तो अमिताभ खामोश बैठे हैं। जया ने कहा, 'जब बच्चन मुश्किल में थे, तब अमर सिंह ने उनकी मदद की थी। लेकिन आज बच्चन का अतापता नहीं है।'
जयाप्रदा ने समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के खिलाफ भी मोर्चा खोलते हुए कहा, 'उनकी जो आज स्थिति है, वह अमर सिंह की वजह से है। अमर सिंह ने मायावती की सरकार गिराकर मुलायम सिंह को मुख्यमंत्री बनवाया था। अमर सिंह ने खुद कोई पद नहीं लिया था।'
जया प्रदा ने तो राज बब्बर और आजम खान को एहसान फरामोश तक कह डाला। उन्होंने अमर सिहं पर इनकी चुप्पी की भी तीखी आलोचना की है। जया प्रदा का कहना है कि अमर सिंह को बेवजह फंसाया जा रहा है। उनकी छवि खराब करने की ये राजनीति चाल है। जया ने तो खुल कर चुनौती दे डाली है कि अगर अमर सिंह अपना मुंह खोलते हैं तो कई लोग मुश्किल में पड़ जाएंगे।
अमर सिंह का बचाव करते हुए उन्होंने कहा, ‘उन्हें गलत तरीके से फंसाया जा रहा है। उन्हें निशाना बनाया जा रहा जया प्रदा ने कहा कि जिन लोगों ने कैश फॉर वोट मामले में फायदा उठाया, उन्होंने अमर सिंह के मुश्किल दिनों में मुंह मोड़ लिया है। '
जया प्रदा ने तिहाड़ जेल में अमर सिंह के स्वास्थ्य को लेकर भी चिंता जताया है। उनका कहना है कि तिहाड़ जेल में अमर की सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। वे किडनी की बीमारी से ग्रसित हैं और तिहाड़ जेल में फैली गंदगी की वजह से उन्हें संक्रमण भी हो सकता है।
जया ने कहा, 'सरकार को बचाने में अमर सिंह के योगदान से कई लोगों को फायदा हुआ। लेकिन उन लोगों ने अमर सिंह का साथ छोड़ दिया। मैं न्यायपालिका में यकीन रखती हूं, लेकिन आम लोग यह पूछ रहे हैं कि उन्हें जेल में क्यों रखा गया है? उन्होंने (विश्वास मत का ) फायदा नहीं उठाया था। इसका फायदा कुछ और लोगों ने उठाया था। सरकार और विपक्ष द्वारा लगातार किए जा रहे हमले के बावजूद अमर सिंह चुप हैं। वे वादा निभा रहे हैं। यह उनका चरित्र है।'
इधर अमर सिंह की जमानत याचिका पर सुनवाई भी शुक्रवार को टाल दी गई। इस पर अब 12 सितंबर को सुनवाई होगी। अब 12 सितंबर को अदालत के फैसले पर निर्भर करेगा कि अमर जमानत पर रिहा होगे या उन्हें अभी और जेल में दिन काटना होगा।