10 सितंबर 2011
दिल्ली। दिल्ली बम धमाकों में आतंकवादियों की तरफ से आ रहे ईमेल लगातार नये नये पेंच खड़े कर रहा है। ताज़ा घटनाक्रम में दिल्ली ब्लास्ट से जुड़ा चौथा ई-मेल मीडिया संस्थानों को भेजा गया है। ये मेल भी दूसरे मेल की तरह ये मेल भी छोटूमिनाना नाम के आईडी के साथ भेजा गया है। इस मेल में फिर से दावा किया गया है कि दिल्ली हाई कोर्ट में हुए ब्लास्ट की जिम्मेदारी इंडियन मुजाहिद्दीन लेती है। इतना ही नहीं मेल में सुरक्षा एजेंसियों को चुनौती दी गई है कि वे इस मेल का पता लगा कर दिखायें।
ईमेल एकाउंट - [email protected] ’ की तरफ से चौथा मेल शुक्रवार शाम 6 बजकर 39 मिनट पर मीडिया संगठनों को मिला। इसमें दावा किया गया है कि इंडियन मुजाहिदन ने ही काफी सोच-विचार करने के बाद उच्चा न्यायालय में विस्फोट किया। इसमें राष्ट्रीय जांच एजेंसी ओर दिल्ली पुलिस को ई-मेल का पता लगाने की भी चुनौती दी गई है।
इससे पूर्व आये मेल में दिल्ली विस्फोट की जिम्मेदारी लेते हुए इंडियन मुजाहिद्दीन ने धमकी दी है कि 13 सितंबर को दिल्ली एक बार फिर उनके निशाने पर होगी। इतना ही नहीं आतंकी संगठन ने भारतीय खूफिया एजेंसियों को खुली चुनौती देते हुए कहा है कि इस धमाके को भी अगर रोक सकते हो तो रोक लो। सूत्रों के मुताबिक मीडिया संस्थानों के पास जो 13 सितंबर को ब्लास्ट कराने की धमकी किसी याहू एकाउंट से भेजा गया है।
फिलहाल मीडिया तक पहुंच रहे इन मेल के दावे में कितनी सच्चाई इस बारे में खूफिया एजेंसी जांच कर रही है। सवाल ये भी खड़ा होता है कि इडियन मुजाहिद्दीन बार बार मेल भेज कर विस्फोट की जिम्मेदारी क्यों ले रहा है। एक आशंका ये भी जताई जा रही है कि लगातार आ रहे मेल कहीं जांच की दिशा को भटकाने की कोशिश तो नही है। या फिर ये किसी शरारती तत्व की ओर से तो नहीं भेजा जा रहा है। या फिर आतंकवादियों की ये भारत को डराने की कोशिश तो नहीं। आखिर विस्फोट के बाद लगातार मेल आते रहने का मतलब क्या है। इससे पूर्व इस तरह के मेल का खेल कभी नहीं हुआ है। गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।