14 सितंबर 2011
मुंबई। समाजवादी पार्टी के पूर्वमहासचिव अमर सिंह को उनके सियासी चालों और बच्चन खानदान से नजदीकी रिश्तों के लिए जाना जाता था। आज न तो उनकी राजनीति की कूटनीति काम आ रही है और न ही बच्चन परिवार से नजदीकियां। कैश फॉट वोट के मामले में न्यायिक जांच का सामना कर रहे अमर सिंह अब बिलकुल अलग थलग पड़ चुके हैं। आलम ये है कि अमिताभ बच्चन से कभी अमर सिंह के बारे में सवाल भी किया जाता है तो वे उन सवालों को अनसुना कर देते हैं।
दरअसल जुहू के एक होटल में फिल्म 'दिस वीकेंड' का म्यूजिक लांच था। इस कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन बतौर गेस्ट वहां आये थे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद अमिताभ जाने लगे तो पत्रकारों ने अमर की सेहत पर सवाल पूछ दिया। अमर सिंह का नाम सुनते ही अमिताभ के मुंह पर जैसे ताला जड़ गया। वे पसोपेश में पड़ गए। साफ जाहिर हो रहा था कि अमिताभ अमर सिंह के मामले में कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। मौके की नजाकत भांपते हुए प्रोड्यूसर टीनू वर्मा ने हालात को संभाला।
टीनू ने कहा,'मीडिया बहुत ही निजी सवाल करने लगी थी जो सही नहीं था। अमितजी मेरे मेहमान थे मैं नहीं चाहता था कि वह असहज महसूस करें'।
ज्यादा दिन पहले की बात नहीं है जब तक अमर सिंह और बच्चन खानदान एक दूसरे के काफी करीब हुआ करते थे। जहां जहां बड़े भाई अमिताभ बच्चन वहां वहां छोटे भाई अमर सिंह। यहां तक कि बच्चन परिवार का नीजि कार्यक्रम भी अमर सिंह के बिना संपन्न नहीं हुआ करता था। लेकिन समाजवादी पार्टी से अमर के मनमुटाव के बाद से ही बच्चन परिवार अमर सिंह से कन्नी काटने लगा।
अमर सिंह ने समाजवादी पार्टी में महासचिव के पद से त्याग पत्र दिया तो उनके साथ जया प्रदा ने भी पार्टी छोड़ दिया। लेकिन जया बच्चन ने मानो जैसे अमर सिंह से अपना पल्ला झाड़ लिया हो। उसके बाद से ही अमर सिंह अपने रास्ते और बच्चन परिवार अपने रास्ते चल पड़े हैं।
इसे कहते हैं वक्त से साथ रिश्ते भी बदल जाते हैं।