16 सितम्बर 2011
नई दिल्ली । रसोई गैस की आपूर्ति सीमित करने और कीमत बढ़ाने पर विचार करने के लिए शुक्रवार को होने वाली मंत्रियों के समूह की बैठक अनिश्चितकाल के लिए रद्द कर दी गई है। इसकी वजह तृणमूल कांग्रेस और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) का राजनीतिक दबाव माना जा रहा है, जो कीमत वृद्धि के खिलाफ है।
रसोई गैस और केरोसिन की कीमत बढ़ाने की कार्यदल की सिफारिश पर चर्चा के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता में मंत्रियों के समूह की बैठक शुक्रवार को होने वाली थी। लेकिन इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। यह तीसरी बार है जब राजनीतिक दबाव के बीच मंत्रियों के समूह की बैठक स्थगित की गई। अगली बैठक के लिए फिलहाल कोई अधिसूचना जारी नहीं की गई है।
कार्यदल ने प्रत्येक परिवार को साल में रसोई गैस के केवल चार सिलेंडर रियायती दरों पर देने और इसके बाद प्रत्येक सिलेंडर के लिए बाजार मूल्य की कीमत लेने की सिफारिश की है। देशभर में औसत परिवार हर साल 20-30 सिलेंडर का इस्तेमाल करता है।
दिल्ली में रसोई गैस का एक सिलेंडर रियायती दरों पर 395 रुपये का मिलता है, जबकि इसका बाजार मूल्य 700 रुपये है।