19 सितंबर 2011
दिल्ली। वरीष्ठ वकील रामजेठमलानी ने नोट फॉर वोट के मामले में आज कांग्रेस के नेता अहमद पटेल का नाम लेकर सरकार के लिए मुश्किल खड़ा कर दिया है। राम जेठमलानी ने दिल्ली की एक अदालत के समक्ष कहा कि नोट के बदले वोट के मामले में पैसों का स्रोत कांग्रेसी नेता अहमद पटेल रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के पूर्व महासचिव अमर सिंह की ज़मानत पर दलील देते हुए राम जेठमलानी ने सीधे सीधे अहमद पटेल का नाम लेकर इस मामले में बवंडर खड़ा कर दिया है। इससे पहले राम जेठमलानी ने कोर्ट सामने दलील दिया था कि नोट के बदल वोट कांड में पैसों का स्रोत बीजेपी हो सकती है। उन्होंने ये दलील बीजेपी के वरीष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के उस बयान के आधार पर दिया था कि इस मामले में स्टिंग ऑपरेशन खुद बीजेपी ने ही कराया था।
राम जेठमलानी ने अदालत के सामने कहा कि पैसों का लेन देन अमर सिंह के घर पर नहीं बल्कि दिल्ली के पांच सितारा होटल ली-मेरिडियन होटल में किया गया था। उन्होंने अदालत के समक्ष ये कहते हुए सभी को हैरान कर दिया कि पैसे देने वाला शख्स अमर सिंह नहीं बल्कि कांग्रेस के नेता अहमद पटेल थे। अहमद पटेल ने ही 2008 में कांग्रसी सरकार को गिरने से बचाने के लिए बीजेपी के दो नेता को संसद में अनुपस्थित रहने के लिए घूस दिया था।
हालांकि इससे पहले 12 सितंबर को अमर सिंह की ओर से दलील देते हुए जेठमलानी ने कहा था कि लोकसभा में नोट के बदले वोट घोटाले के दौरान लहराई गयीं नोटों की गड्डियां ‘भाजपा की ओर से आई हुई हो सकती हैं।’
अमर सिंह को बचाते हुए वरीष्ठ वकील ने कहा कि ‘इस तरह का कोई आरोप नहीं है कि अमर सिंह ने धन का बंदोबस्त किया था।’अमर सिंह को जमानत पर जोर देते हुए जेठमलानी ने अदालत में कहा कि उनके खिलाफ प्रथमदृष्टया कोई मामला नहीं है।
हालांकि अहमद पटेल ने राम जेठमनाली के आरोपों को सीरे से नकारते हुए कहा है कि उनपर लगे आरोप बेबुनियाद हैं। उनका कहना है कि मैंने इस बारे में पहले ही स्पष्टीकरण दे दिया है।