20 सितंबर 2011
अभी साल भर पहले की ही बात है जब आईपीएल में पूरे ताम-झाम के साथ दो नयी टीम ने एंट्री ली थी। पूणे वारियर्स और कोच्ची टस्कर्स। आईपीएल में मोटी कमायी को देखते हुए दोनों टीमों को काफी ऊंचे दामों में खरीदा गया। 156 करोड़ के सालाना भुगतान की गैरेंटी पर कोच्ची टस्कर्स टीम का मालिकाना हक फ्रेंचाइज़ी को दिया गया। लेकिन बैंक गारंटी का भुगतान नहीं कर पाने की वजह से सोमवार को आईपीएल फ्रेंचाइजी कोच्चि टस्कर्स केरल का अनुबंध रद्द कर दिया।
अनुबंध रद्द होने के बाद कोच्ची टीम अब आईपीएल टी-20 क्रिकेट लीग से रुख्सत हो गई है। कोच्चि का करार रद्द करने का फैसला बीसीसीआई की सालाना आम बैठक में किया गया। बीसीसीआई के नए अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने पत्रकारों से कहा, ‘कोच्चि फ्रेंचाइजी द्वारा किए गए उल्लंघन के कारण बीसीसीआई ने फ्रेंचाइजी को बर्खास्त करने का फैसला किया।’
कोच्ची टीम शुरू से ही मालिकाना हक को लेकर विवादों में रही है। आईपीएल अधिकारियों के बार-बार रिमाइंडर भेजने के बाद भी फ्रेंचाइज़ी 156 करोड़ रुपए के सालाना भुगतान की बैंक गारंटी नहीं दे सकी। 1550 करोड़ रुपए में खरीदी गई फ्रेंचाइजी को अगले 10 साल तक सालाना भुगतान करना है।
क्या होगा कोच्ची टस्कर्स के खिलाड़ियों का -
कोच्ची टस्कर्स आईपीएल के केवल एक ही सिज़न में खेल सकी है। इस अनुबंध के रद्द होने पर सबसे बड़ा संकट इस टीम के खिलाड़ियों के लिए खड़ा हो गया है। सवाल खड़ा हो रहा है कि कोच्चि टस्कर्स के 27 खिलाड़ियों का क्या होगा। टीम अब बर्खास्त हो चुकी है,और टीम के साथ साथ खिलाड़ी भी बर्खास्त हो गये हैं। जिन 27 खिलाड़ियों के साथ इस टीम को खड़ा किया गया था उसमें से 17 खिलाड़ी भारतीय ही हैं। जबकि 10 खिलाड़ी विदेशी हैं। 17 भारतीय खिलाड़ियों में से 7ऐसे खिलाड़ी भी हैं जो टीम इंडिया की तरफ से खेल चुके हैं। जबकि बाकि के खिलाड़ी अपने बेहतर प्रदर्शन के बल पर टीम इंडिया में जगह पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। विदेशी खिलाड़ियों का भी यही हाल है। इनमें ज्यादातर खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं।
सवाल ये खड़ा होता है कि अचानक से आईपीएल से टीम की छुट्टी हो जाने के बाद क्या इस खिलाड़ियों का क्या होगा। आईपीएल के रूल के मुताबिक तय समय से पहले कोई टीम आक्शन नहीं कर सकती है। तो फिर इन खिलाड़ियों को कौन लेगा। आखिर क्यों कोई फ्रेंचाइजी ऑक्शन से पहले ज्यादा पैसे देकर इस टीम के खिलाडि़यों को लें। और अगर ऐसा होता भी है तो चुनिंदा खिलाड़ियों को दूसरी टीम ले सकती है, लेकिन दो दर्जन खिलाड़ियों को कहां बीसीसीआई फिट कर पायेगी।
कोच्ची ने आईपीएल-4 में ही आईपीएल में खेलना शुरू किया था। एक सिज़न खेलने पर ही बीसीसीआई ने जितना कठोर रुख लिया है उसका असर टीम के खिलाड़ियों और उनके मनोबल पर जरूर पड़ेगा।
कोच्चि टस्कर्स के खिलाड़ी
भारत के खिलाड़ी
वीवीएस लक्ष्मण, एस. श्रीसंथ, आरपी सिंह, पार्थिव पटेल, रवींद्र जडेजा, रमेश पोवार, आर विनय कुमार, बालचंद्रा अखिल, चंदन मदन, दीपक चौगुले, केदार जाधव, रायफी गोम्जे, सुशांत मराठे, तन्मय श्रीवास्तव, वाई. गणोश्वर राव, यशपाल सिंह और प्रसांथ परमेश्वरण।
विदेशी खिलाड़ी
महेला जयवर्धने( कप्तान), ब्रेंडन मैक्कुलम, स्टीवन स्मिथ, मुथैया मुरलीधरन, ब्रैड हॉज, थिसारा परेरा, स्टीव ओ कीफे, आवेश शाह, जॉन हेस्टिंग्स और माइकल किलिंगर।