29 सितंबर 2011
अहमदाबाद। 2 जी मामले में कांग्रेस और गृह मंत्री पी चिदंबरम को घेरने की तैयारी में जुटी बीजेपी अब अपने ही नेताओं के मनमुटाव से घिर गई है। पार्टी के दो शीर्ष और कद्दावर नेता एक दूसरे से विरोध में खड़े हो गये हैं। माना जा रहा है कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी और लालकृष्ण आडवाणी के बीच पटरी नहीं खा रही है। तभी तो शुक्रवार से शुरू होने वाली बीजेपी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में नरेन्द्र मोदी हिस्सा नहीं लेगें।
माना जा रहा है कि नरेन्द्र मोदी का कार्यकारिणी की बैठक को बायकॉट करने की वजह लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा है। मोदी को आडवाणी की रथ यात्रा पसंद नहीं आ रही है। आडवाणी 11 अक्टूबर से अपनी रथ यात्रा शुरु करने वाले हैं। पहले कहा जा रहा था कि आडवाणी अपनी यात्रा गुजरात के सोमनाथ से ही शुऱु करेंगे। लेकिन मोदी अपने सामने किसी दूसरे नेता को हीरो बनने नहीं देखना चाहते हैं। इसलिए मोदी ने आडवाणी को सोमनाथ की जगह बिहार से रथ यात्रा निकालने की सलाह दी थी।
एक अखबार के मुताबिक आडवाणी की रथ यात्रा को लेकर शुरु से ही इन दोनों नेताओं के बीच मतभेद है। लेकिन मोदी की सद्भावना उपवास में शामिल हो कर आडवाणी ने मामले को शांत करने की कोशिश की थी। लेकिन मोदी आडवाणी की रथ यात्रा के समर्थन में नहीं है। इस बात की नाराज़गी जताने के लिए शायद उन्होंने पार्टी कार्यकारिणी की बैठक में भाग नहीं लेने की ठानी है।