13 दिसम्बर 2011
नई दिल्ली। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने मंगलवार को अपना रुख दोहराते हुए कहा कि यदि उनके प्रभावी लोकपाल विधेयक संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में पारित नहीं हुआ तो वह 27 दिसम्बर से रामलीला मैदान में एक और आंदोलन का शंखनाद करेंगे। अन्ना ने यहां संवाददाताओं से कहा, "हमें इस देश से भ्रष्टाचार उखाड़ फेंकना है और इसके लिए हम 27 दिसम्बर से रामलीला मैदान में फिर आंदोलन शुरू करेंगे। जन लोकपाल विधेयक को पारित करना होगा।"
अन्ना के अनुसार, युवा वर्ग राष्ट्र निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और प्रबंधन के बदले विकास पर अधिक ध्यान देना होगा।
अन्ना ने कहा, "70 प्रतिशत धन विकास पर खर्च होना चाहिए और 30 प्रतिशत प्रबंधन पर.. तब जाकर यह कारगर होगा।"
ज्ञात हो कि अन्ना भ्रष्टाचार निवारक एक प्रभावी लोकपाल विधेयक के लिए दबाव बना रहे हैं। वह प्रधानमंत्री, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और निचली नौकरशाही को पूरी तरह लोकपाल के दायरे में लाने की मांग कर रहे हैं।
अन्ना (74) ने रविवार को जंतर मंतर पर दिन भर का सांकेतिक अनशन किया था और कई राजनीतिक दलों ने मंच पर आकर उनका समर्थन किया था। इसके पहले अन्ना ने अगस्त में रामलीला मैदान में 12 दिनों तक अनशन किया था और सरकार द्वारा प्रभावी लोकपाल विधेयक बनाने का आश्वासन मिलने के बाद उन्होंने अपना अनशन तोड़ दिया था।