24 फरवरी 2012
वाशिंगटन | नींबू , आंवले जैसे खट्टे फलों में पाए जाने वाले यौगिक महिलाओं में हृदयाघात का खतरा कम करते हैं। इसका खुलासा ब्रिटेन में यूनीवर्सिटी ऑफ एंगलिया में हुए एक शोध से हुआ है। शोधकर्ताओं ने देखा कि किस प्रकार फलों, सब्जियों, चॉकलेट तथा रेड वाइन में पाया जाने वाला 'फ्लेवनॉयड्स' हृदयाघात का खतरा कम करता है।
प्रमुख शोधकर्ता ऐडिन कैसिडी के अनुसार, "शोध में पाया गया कि अधिक मात्रा में फलों, सब्जियों और खासकर विटामिन सी वाले पदार्थो के सेवन से हृदयाघात का खतरा कम होता है।"
शोध रिपोर्ट 'जर्नल ऑफ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन' में प्रकाशित हुई है। कैसिडी और उनके सहयोगियों ने स्वास्थ्य से सम्बंधित पिछले 14 साल के आंकड़ों के अध्ययन के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला।
इसमें 69,622 महिलाओं के खानपान से सम्बंधित आंकड़े शामिल थे, जिसमें उन्होंने अपने खानपान में शामिल किए जाने वाले फलों तथा सब्जियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी थी।
शोधकर्ताओं ने पाया कि खट्टे फलों में पाए जाने वाले 'फ्लेवनॉयड्स' का सेवन करने वाली महिलाओं में हृदयाघात का खतरा अपेक्षाकृत 19 प्रतिशत कम होता है।
शोधकर्ताओं ने हालांकि यह भी कहा कि 'फ्लेवनॉयड्स' तथा हृदयाघात के सम्बंध और इसके कारण को समझने के लिए अधिक शोध किए जाने की आवश्यकता है।