29 फरवरी 2012
वाशिंगटन | ठंडी हवा दिल के रोगियों के लिए खतरनाक होती है। खासकर जब वे शारीरिक सक्रियताओं में व्यस्त हों तब तो यह और भी खतरनाक हो सकती है। इसकी वजह इन रोगियों के शरीर में ऑक्सीजन की अधिक आपूर्ति न हो पाना है।
पेन स्टेट कॉलेज ऑफ मेडीसिन के प्रोफेसर लॉरेंस आई. शिनॉय कहते हैं, "इस अध्ययन से हम यह समझ सकते हैं कि दिल की बीमारियों में ठंडी हवा क्यों खतरनाक है।"
व्यायाम के दौरान ठंडी हवा में सांस लेने से दिल में ऑक्सीजन का समान रूप से वितरण नहीं होता। लेकिन एक स्वस्थ शरीर में यह परेशानी नहीं होती क्योंकि वहां सामान्य रूप से खून का दोबारा एकसमान वितरण हो जाता है। इसके लिए जरूरी है कि आपका दिल सामान्य रूप से काम करता हो।
एप्लाइड फिजियोलॉजी जर्नल व अमेरिकन जर्नल ऑफ फिजियोलॉजी, हार्ट एंड सर्कुलेटरी फिजियोलॉजी की रपट के मुताबिक शिनॉय कहते हैं कि जिन लोगों में दिल को खून पहुंचाने वाली धमनी (कोरोनरी आर्टरी) में परेशानी होती है, उनके लिए ठंडी हवा नुकसानदेह नहीं हो सकती।
पेन स्टेट से जारी वक्तव्य के मुताबिक शिनॉय कहते हैं, "यदि आप कोई शारीरिक काम कर रहे हैं और ठंडी हवा में हैं तो ऑक्सीजन ग्रहण करने के लिए आपके दिल को ज्यादा काम करना पड़ता है।" यही वजह है कि दिल का दौरा पड़ने से ज्यादातर मौतें सर्दियों में होती हैं।
शिनॉय के सहायक मैथ्यू डी. मुलर कहते हैं कि ठंडी हवा में दिल में ऑक्सीजन की आवश्यकता बढ़ जाती है जबकि ऑक्सीजन आपूर्ति भी प्रभावित होती है।